बहराइचः भीषण बारिश से नदियां उफनाईं, तराई के गांवों में भरा पानी
बहराइच जिले में दो दिनों से तराई क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के चलते घाघरा व सरयू नदी उफान पर है। तहसील मिहींपुरवा के कई गांवों में पानी भर गया है। कई संपर्क मार्गों पर जलभराव के कारण आवागमन ठप...
बहराइच जिले में दो दिनों से तराई क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के चलते घाघरा व सरयू नदी उफान पर है। तहसील मिहींपुरवा के कई गांवों में पानी भर गया है। कई संपर्क मार्गों पर जलभराव के कारण आवागमन ठप है।
गोपिया बैराज होकर बलईगांव व मटेही जाने वाले मार्ग पर पड़रिया गांव के समीप गुरुवार को सुबह से ही काफी तीव्र गति से पानी बहने लगा। जिससे कई वाहन सड़क पार नहीं कर सके। कई कर्मचारी व शिक्षक मुश्किल से अपने गंतव्य को पहुंच सके। मिहींपुरवा ब्लाक के खड़ैचा, बोटहनिया, कल्लूगौढ़ी, पड़रिया, सर्रा, लौकाही समेत दर्जनों गांवों में पानी आ जाने से लोगों को काफी दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं ।
पानी में होकर छात्र व शिक्षक पहुंचे स्कूल
तराई में भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में बने विद्यालयों में पानी भर गया है। जिससे विद्यालय संचालन में काफी दिक्कतें आई। गुरुवार को सुबह विद्यालय के लिए निकले शिक्षक व छात्र जलभराव होने के कारण पानी में उतर कर विद्यालय पहुंचे। छात्रों को काफी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। कई विद्यालयों में मध्याह्न भोजन परिसर के बजाय अन्यत्र बना कर छात्रों को परोसा गया।
खतरे के निशान के समीप बह रही नदियां
रातों रात नदियों के उफान पर आ जाने तथा कई गांव में पानी भर जाने से क्षेत्र के में बाढ़ को लेकर काफी दहशत है ।
गोपिया स्थित सरयू बैराज पर मौजूद सिंचाई विभाग के अवर अभियंता रामनरेश रावत ने बताया कि बुधवार की रात सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान 133.50 मीटर के करीब 133 मीटर पर पहुंच गया था। जिसके कारण कुछ गांवों के किनारे तक पानी लग गया था। इस समय नदियों के जलस्तर में गिरावट हो रही है। अब नदी का जलस्तर 132.45 मीटर तक पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि अब तक गोपिया बैराज से 33, 721 क्यूसिक पानी डिस्चार्ज हो चुका है, जबकि 50 हजार क्यूसिक के ऊपर पानी डिस्चार्ज होने के बाद ही बाढ़ जैसी स्थिति बनती है। ग्रामीणों को घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। अभी बाढ़ जैसे हालात नहीं हैं ।