कानपुर यूनिवर्सिटी में बीटेक संग बीए, बीएससी करने वाले भी बन सकेंगे ड्रोन पायलट, जल्द शुरू होगा शार्ट टर्म कोर्स
कानपुर यूनिवर्सिटी से बीटेक के अलावा बीए, बीएसी की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी भी ड्रोन पायलट बन सकेंगे। इसके लिए उन्हें सिर्फ एक शार्ट टर्म कोर्स का प्रशिक्षण करना होगा।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से बीटेक के अलावा बीए, बीएसी की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी भी ड्रोन पायलट बन सकेंगे। इसके लिए उन्हें सिर्फ एक शार्ट टर्म कोर्स का प्रशिक्षण करना होगा। छात्रों को ड्रोन उड़ाना और उससे जुड़ी तकनीकी के साथ सामान्य रूप से होने वाली गड़बड़ी को रिपेयरिंग करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके लिए विश्वविद्यालय जल्द ही ड्रोन लैब के साथ एक सेंटर ऑफ एएक्सीलेंस की स्थापना करेगी। इससे कृषि से जुड़े स्टार्टअफ को बढ़ावा मिलेगा। कानपुर यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों को वोकेशनल प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहा है। विश्वविद्यालय कैंपस में पहली बार शुरू हुए कृषि पाठ्यक्रम में ड्रोन की प्रशिक्षण देने की तैयारी की जा रही है।
ड्रोन को लेकर छात्रों के बीच बढ़ रही दिलचस्पी को देखते हुए कुलपति ने सभी विद्याथियों को ड्रोन प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया है। जल्द ही इसके लिए शार्ट टर्म कोर्स भी तैयार किया जाएगा। छात्रों को ड्रोन पायलट बनने के लिए सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। इस मामले में विश्वविद्यालय प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा ने बतााय कि ड्रोन प्रशिक्षण के लिए इसी सत्र में ड्रोन लैब विकसित की जाएगी। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की भी स्थाना की जाएगाी। सीएसजेमयू के कुलपित प्रो. विनय कुमार पाठक ने ड्रोन प्रशिक्षण के लिए एक कमेटी का भी गठन करने का निर्देश दिया है।
ड्रोन सेक्टर के लिए आईआईटी कानपुर कर रहा रिसर्च
आईआईटी के वैज्ञानिक ड्रोन सेक्टर में बड़े सत्र पर शोध कर रहे हैं। यहां डिफेंस, कृषि, चिकित्सा क्षेत्र में मदद के लिए ड्रोन विकसित किए जा रहे हैं। आईआईटी के कई ड्रोन खेतों में दवा का छिड़काव, क्रॉप एनालिसिस, फसलों के स्वास्थ्य की रिपोर्ट को लेकर काम कर रहे हैं।