Ayodhya Verdict : सील रहा इण्डो-नेपाल बार्डर, दोनों देशों के बीच ठप रहा आवागमन
अयोध्या मामले में फैसला आने से पूर्व शनिवार को सुबह छह बजे से रुपईडीहा स्थित इण्डो-नेपाल बार्डर सील कर दिया गया। दोनों देशों के सैकड़ों वाहन सीमा क्षेत्र में फंसे रहे। नोमेंस लैण्ड पर एसएसबी के जवान व...
अयोध्या मामले में फैसला आने से पूर्व शनिवार को सुबह छह बजे से रुपईडीहा स्थित इण्डो-नेपाल बार्डर सील कर दिया गया। दोनों देशों के सैकड़ों वाहन सीमा क्षेत्र में फंसे रहे। नोमेंस लैण्ड पर एसएसबी के जवान व सीमा क्षेत्र में पुलिस की पेट्रोलिंग जारी रही। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भारतीय क्षेत्र में फंसे नेपालियों को पैदल जाने की इजाजत दे दी गई, किन्तु नेपाल की ओर से भारतीय सीमा में लोगों को आने नहीं दिया गया। अभी भी सीमा सील है। एएसपी रवीन्द्र सिंह पुलिस बल के साथ सीमा क्षेत्र का जायजा लेते रहे।
रुपईडीहा स्थित इण्डो-नेपाल बार्डर सुबह छह बजे सील कर दिया गया। कस्बे के सटे सीमा के उस पार नेपाली थाना जमुनहा पर भारतीय क्षेत्र में आने वाले वाहनों को रोक दिया गया। नेपाल गेट से सटे भारतीय क्षेत्र में नोमेंस लैण्ड पर एसएसबी के जवान ड्यूटी पर मुस्तैद रहे। सुबह साढ़े 10 बजे फैसला आने के समय एडीएम जयशंकर पाण्डेय व एएसपी रवीन्द्र सिंह ने रुपईडीहा पहुंचकर बार्डर का निरीक्षण किया। कस्बे की तीन चौथाई दुकाने बंद रहीं। किराए पर दुकान करने वाले एक दर्जन व्यापारी शनिवार को यहां नहीं आए।
नेपाली ग्राहकों से गुलजार रहने वाले कस्बे में सन्नाटा पसरा रहा। सेंट्रल बैंक चौराहा, रामलीला चौराहा, टिन मण्डी चौराहा, चकिया रोड पर जवान मुस्तैद रहे। कस्बे से देश के महानगरों को जाने वाली बसें खाली गईं। समाचार लिखे जाने तक सीमा सील रही। भारतीय क्षेत्र में फंसे लोगों को पैदल नेपाल जाने दिया जा रहा है। जबकि नेपाल में फंसे भारतीयों को वहां की पुलिस नहीं आने दे रही है। प्रभारी निरीक्षक मनीष पाण्डेय ने बताया कि कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।