Ayodhya Verdict :: अखिलेश ने कहा, ऐसा काम न हो जिससे दूसरे समुदाय को ठेस पहुंचे
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद का निर्णय भारत वर्ष के इतिहास में एतिहासिक निर्णय के रूप में याद रखा जाएगा। उम्मीद है कि किसी भी समुदाय के लोग ऐसा काम नहीं...
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद का निर्णय भारत वर्ष के इतिहास में एतिहासिक निर्णय के रूप में याद रखा जाएगा। उम्मीद है कि किसी भी समुदाय के लोग ऐसा काम नहीं करेंगे जिससे दूसरे समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचे या किसी प्रकार से साम्प्रदायिक तनाव पैदा हो।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कि शनिवार शाम जारी बयान में कहा कि इस विवाद में 1986 से समाजवादियों का यही पक्ष रहा है कि यह विवाद दोनों समुदाय के बीच में बातचीत से तय हो जाए। या इस संबंध में अदालत का निर्णय मान्य हो। चूंकि बातचीत से निर्णय मान्य नहीं हो सका, इसलिए अदालत को निर्णय देना पड़ा।
अखिलेश यादव ने कहा कि भारत वर्ष जैसे महान प्रजातांत्रिक देश में जो प्रणाली हमारे संविधान निर्माताओं ने बनाई थी, उसके अनुसार उच्चतम न्यायालय के द्वारा किया गया आदेश हमारे देश के सभी लोगों पर बाध्य होता है और हमें मानना है। इस महत्वपूर्ण निर्णय को भी सारा देश उसी प्रकार से स्वीकार करेगा जिस प्रकार संविधान में उच्चतम न्यायालय को यह अधिकार दिया गया है। वास्तव में यह निर्णय को हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप और रूल आफ ला तथा प्रजातंत्र को सुदृढ़ करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। चूंकि पक्षकार निर्णय के बारे में पहले कहते रहे हैं कि जो उच्चतम न्यायालय का निर्णय जो भी होगा उसे स्वीकार किया जाएगा। अत: हम आशा करते हैं कि देश के सभी लोग शांतिपूर्ण वातावरण सौहार्द बनाए रखेंगे।