औरैया हादसा: मारे गए मजदूरों और घायलों को एक ही ट्रक से भेजने पर भड़कीं मायावती, कहीं ये बातें
औरैया हादसे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि सीएम के निर्देशों को गंभीरता व संवेदनशीलता से नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने मारे गए मजदूरों व घायलों को इकट्ठा ट्रक...
औरैया हादसे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि सीएम के निर्देशों को गंभीरता व संवेदनशीलता से नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने मारे गए मजदूरों व घायलों को इकट्ठा ट्रक में भरकर उनके घर भेजने की हृदयहीनता पर उभरा जन आक्रोश उचित बताया।
मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर लिखा औरैया, यूपी की भीषण दुर्घटना में मारे गए मजदूरों व घायलों को इकट्ठा ट्रक में भरकर उनके घर भेजने की हृदयहीनता पर उभरा जन आक्रोश उचित ही है। इससे साबित होता है कि सीएम के निर्देशों को गंभीरता व संवेदनशीलता से नहीं लिया जा रहा है। अति-दुःखद। दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।
1. औरैया, यूपी की भीषण दुर्घटना में मारे गए मजदूरों व घायलों को इकट्ठा ट्रक में भरकर उनके घर भेजने की हृदयहीनता पर उभरा जन आक्रोश उचित ही है। इससे साबित होता है कि सीएम के निर्देशों को गंभीरता व संवेदनशीलता से नहीं लिया जा रहा है। अति-दुःखद। दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) May 18, 2020
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा ,इतना ही नहीं बल्कि देश में अभी भी हर जगह लाखों गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों की बर्बादी, बदहाली व भूख-प्यास आदि के दृश्य मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। ख़ासकर ऐसे महाविपदा के समय में इन लोगों पर पुलिस व प्रशासन की बर्बता को रोकना केन्द्र व राज्य सरकारों के लिए बहुत जरूरी है।
3. सरकारों से अपील है कि वे अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी के साथ-साथ मानवता व इंसानियत के नाते भी घर वापसी कर रहे गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने हेतु सरकारी शक्ति व संसाधन का पूरा इस्तेमाल करें, क्योंकि देश इनके ही बल पर ’आत्मनिर्भर’ बनेगा। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) May 18, 2020
मायावती ने आगे लिखा, सरकारों से अपील है कि वे अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी के साथ-साथ मानवता व इंसानियत के नाते भी घर वापसी कर रहे गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने हेतु सरकारी शक्ति व संसाधन का पूरा इस्तेमाल करें, क्योंकि देश इनके ही बल पर ’आत्मनिर्भर’ बनेगा।
आपको बता दें कि औरैया सड़क हादसे के बाद एक ही ट्रक पर शवों के साथ घायल मजदूरों को भी बिठा दिया गया था। झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने इस मामले पर ट्वीट किया और तब जाकर यूपी प्रशासन हरकत में आया और आनन-फानन में शवों को शव वाहन में शिफ्ट किया गया।
25 मजदूरों की हुई थी मौत
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार तड़के सुबह डीसीएम और ट्रक की टक्कर में 25 मजदूरों की मौत हो गई थी। वहीं, 36 लोग घायल हो गए थे जिन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस हादसे के शिकार हुए ज्यादातर लोग बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के थे। इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया था। उन्होंने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश के औरैया में सड़क दुर्घटना बेहद ही दुखद है। इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
वहीं, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे को हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। सीएम ने मृतक के परिवार वालों को 2-2 लाख रुपए व घायलों को 50 हजार देने की घोषणा की है। इसके साथ ही घटना की समीक्षा करते हुए उन्होंने फतेहपुर सीकरी (आगरा) और कोसी कलां (मथुरा) के एसएचओ को तत्काल निलंबित कर और क्षेत्राधिकारियों को कठोर चेतावनी दी।