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औरैया हादसाः चीत्कारों से दहला दिल, 17 घंटे तक चला पोस्टमार्ट

औरैया हादसे में काल के गाल में समाए श्रमिकों के परिजन जैसे-तैसे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे चीत्कार मच गई। 17 घंटे तक चले पोस्टमार्टम के बाद शनिवार रात डेढ़ बजे से शवों को एंबुलेंस और छोटे वाहनों से...

Abhishek Tiwari हिन्दुस्तान, औरैयाSun, 17 May 2020 07:37 PM
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औरैया हादसे में काल के गाल में समाए श्रमिकों के परिजन जैसे-तैसे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे चीत्कार मच गई। 17 घंटे तक चले पोस्टमार्टम के बाद शनिवार रात डेढ़ बजे से शवों को एंबुलेंस और छोटे वाहनों से गृहजनपद भेजने का सिलसिला शुरू हुआ। रविवार सुबह तक सभी 26 श्रमिकों के शव पुलिस अपने साथ लेकर रवाना हो गई। उधर, लापरवाही बरतने वाले एक दरोगा व सात सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि इनकी ड्यूटी अनंतराम टोल प्लाजा पर थी। इसी टोल प्लाजा से ही हादसे का शिकार हुए दोनों मालवाहक वाहनों पर मजदूर लदे थे, इन्हें रोका क्यों नहीं गया। वहीं,  मुख्यमंत्री के आदेश पर कमिश्नर सुधीर एम बोबडे और आईजी मोहित अग्रवाल ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। दोनों अधिकारियों ने डीएम और एसपी से एक-एक रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद एक संयुक्त रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

परिजनों की चीत्कारों ने लोगों को झकझोरा

शुक्रवार रात करीब ढाई बजे औरैया कोतवाली के मिहोली गांव के समीप एक ढाबे पर खड़ी डीसीएम में तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी। हादसे में 24 श्रमिकों की मौके पर और दो ने सैफई में इलाज के दौरन दम तोड़ दिया था। 24 अन्य घायलों को औरैया से गंभीर हालत में सैफई रेफर किया गया था, जिनमें दो की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। हादसे में मामूली रूप से घायल हुए लोगों को एक गेस्ट हाउस में रोका गया था। हादसे की खबर के बाद अपनों की तलाश के लिए तामम के परिजन बिहार, झारखंड से रात में ही औरैया पहुंच गए थे। रातभर पोस्टमार्टम हाउस के बाहर रह-रहकर इनकी चीत्कारों ने लोगों को झकझोर दिया। इनमे से किसी ने अपना पिता को खोज रहा था तो कोई कलेजे के टुकड़े तो कोई बुढ़ापे की लाठी को।

कानपुर और औरैया के डॉक्टरों ने किया पोस्टमार्टम

17 घंटे तक कानपुर और औरैया के डॉक्टरों की टीम ने मृतकों का पोस्टमार्टम किया। रात में ही शवों की शिनाख्त के बाद बारी-बारी से उनके परिजनों और घायलों की रवानगी का सिलसिला शुरू हो गया। शनिवार रात डेढ़ बजे से रविवार अल सुबह तक 24 शव भेज दिए गए। दो की पहचान होने में दिक्कत आने पर शव सौंपने में देरी हुई। आधार व अन्य आईडी मंगवाने के बाद रविवार दोपहर तक दो और शव भी परिजनों के साथ रवाना कर दिए गए। इन्हीं वाहनों से तमाम घायलों को भी रवाना किया गया है।  

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