दफ्तर था या 'रंगमहल', अतीक के ऑफिस के इस खास कमरे की क्या है कहानी?
उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। उसके ऑफिस को लेकर प्रयागराज में तरह-तरह की कहानियां तैर रही हैं। यहां टार्चर रूम से लेकर गेस्ट रूम तक था।
उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। इस बीच उसके ऑफिस को लेकर प्रयागराज में तरह-तरह की कहानियां तैर रही हैं। इसी ऑफिस से पुलिस ने मंगलवार को लाखों रुपए और हथियारों का जखीरा बरामद किया था। बुधवार को ऑफिस के अंदर की एक और कहानी सामने आई।
यहां अतीक ने एक तरफ गुंडा टैक्स वसूलने के लिए टार्चर रूम बनवाया था तो दूसरी ओर ऊपरी मंजिल पर एक गेस्ट रूम भी पर बना है। बताया जा रहा है कि इस गेस्ट रूम को खास तरीके से डिजाइन किया गया है। यहां पर बार की तरह तीन स्लैब बने हैं। नीचे बैठने के लिए बनाया गया है। चर्चा रही कि इस कमरे में गेस्ट के लिए हर तरह की सुविधा मुहैया कराई जाती थी।
दो बार चल चुका है बुलडोजर
अतीक अहमद के इस दफ्तर पर दो बार बुलडोजर चल चुका है। दूसरी बार केवल अवैध निर्माण पर ही बुलडोजर चला था। ऑफिस के अंदर और ऊपर का हिस्सा सुरक्षित है। इसी ऑफिस से मंगलवार को पुलिस ने लाखों रुपये और असलहे बरामद किए थे।
पुलिस भी रह गई दंग
अतीक के इस ऑफिस का मुआयना करने के बाद पुलिसवाले भी दंग रह गए। ऑफिस अंदर से किसी रंगमहल जैसा निकला। ऑफिस के सामने का हिस्सा और चहादीवारी टूटी है लेकिन पिछले हिस्से के गेट से अंदर जाया जा सकता है। नीचे कांच से बना ऑफिस है जहां अतीक और उसका भाई अशरफ अलग-अलग बैठते थे। इस कमरे के पीछे टायलेट और उसके पीछे तीन कमरे हैं।
उमेश को यहां किया था टार्चर
बताया जा रहा है साल-2006 में उमेश पाल को बंधक करने के बाद यहीं लाया गया था। अतीक के गुर्गे उसके विरोधियों को पकड़कर अक्सर यहां लाते और पीटते थे। उमेश पाल को भी यहां लाकर पीटा गया था। ऐसा राजू पाल हत्याकांड में उसकी गवाही बदलवाने के लिए किया गया था।
इसी दफ्तर से करता था चुनावी तैयारी
माफिया अतीक अहमद इसी दफ्तर से चुनावी तैयारियां भी करता था। दफ्तर के एक कमरे से बड़ी मात्रा में चुनावी सामग्री बरामद हुई है। इस दफ्तर को अतीक का वार रूम भी कहा जाता था।