अतीक ए तो उसके बेटों को पुलिस ने बी श्रेणी का बनाया हिस्ट्रीशीटर, बाप की तरह बेटे भी शातिर अपराधी श्रेणी में
यूपी पुलिस ने बाप की तरह बेटों को भी शातिर अपराधी माना है। प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद ए तो उसके बेटों को बी श्रेणी का हिस्ट्रीशीटर बनाया है।
माफिया अतीक अहमद की तरह उसके बेटे अली और उमर भी हिस्ट्रीशीटर बन गए हैं। पुलिस ने बाप की तरह बेटों को भी शातिर अपराधी माना है। लेकिन दोनों के आपराधिक प्रवृत्ति में अंतर है। पुलिस रिकॉर्ड में अतीक के गुनाहों में कोई कमी नहीं आने वाली थी। इसलिए उसे आजीवन निगरानी रखने के लिए ए श्रेणी का हिस्ट्रीशीटर बनाया था। जबकि अतीक के बेटों की पुलिस ने बी श्रेणी की हिस्ट्रीशीट खोली है। इनमें सुधार की संभावना है। अगर नहीं सुधरे तो उन्हें भी ए श्रेणी में रखा जाएगा।
चकिया निवासी अतीक अहमद के खिलाफ गैंगस्टर समेत 100 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। अतीक का हिस्ट्रीशीट नंबर 39 ए और अशरफ का हिस्ट्रीशीट नंबर 93 ए था। पुलिस ने बताया कि ए श्रेणी के हिस्ट्रीशीटरों की जिंदगीभर निगरानी की जाती है। जमानत पर छूटने के बाद भी हर पल उनके बारे में पुलिस अपडेट लेती है। उनके गुनाहों से लेकर हर गतिविधि पर निगाह रखी जाती है। ए श्रेणी के हिस्ट्रीशीटर खूंखार और खतरनाक अपराधी माने जाते हैं। अतीक के बेटे अली के खिलाफ भी एक दर्जन मामले दर्ज हो चुके हैं। अली और उसके बड़े भाई उमर को उमेश पाल हत्याकांड में साजिश का आरोपी बनाया गया है। दोनों की आपराधिक गतिविधियों के आधार पर पुलिस ने उनकी हिस्ट्रीशीट खोली है। अली का हिस्ट्रीशीट नंबर 48 बी और उमर का 57 बी है। बी श्रेणी के अपराधियों की कुछ नियत समय तक ही निगरानी होती है।