विधानसभा चुनाव परिणाम भाजपा के लिए चिंता का विषय, ऐसा क्यों बोले अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव परिणामों को भाजपा के लिए चिंता का विषय करार देते हुए मंगलवार को दावा किया कि इन नतीजों से विपक्ष का इंडिया गठबंधन और मजबूत होगा। लोकसभा में इंडिया कड़ी टक्कर देगा।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चार राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों को भाजपा के लिए चिंता का विषय करार देते हुए मंगलवार को दावा किया कि इन नतीजों से विपक्ष का इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) और मजबूत होगा। अखिलेश ने एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहा कि हाल ही में जो चुनाव परिणाम आए हैं, इससे मैं समझता हूं कि इंडिया गठबंधन और मजबूत होगा। इस गठबंधन से जनता को और उम्मीद बढ़ेगी कि उसे और मजबूत कैसे बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि हाल में जो परिणाम आए हैं, वे भाजपा के लिए चिंता का विषय होने चाहिए। हो सकता है कि लोगों को लगे कि मैं यह क्या बात कह रहा हूं लेकिन भाजपा के लिए चिंता इस बात की होनी चाहिए क्योंकि जनता का मूड परिवर्तन का है।
सपा प्रमुख ने मध्य प्रदेश की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर एक प्रदेश में कांग्रेस पार्टी या जो दल था उसका व्यवहार वैसा ना होता तो परिवर्तन वहां भी हो जाता। जीत के बावजूद चुनाव परिणाम भाजपा के लिए चिंता का विषय कैसे हो सकते हैं, इस सवाल पर यादव ने कहा कि जीत जो हुई है, हो सकता है वह कल भाजपा की हार का संदेश हो। मैंने तो सभी चैनलों को देखा है या जो अखबारों में देखा है, उसमें कहा गया है कि जनता का परिवर्तन का मूड था।
उन्होंने दलील देते हुए कहा कि राजस्थान में परिवर्तन क्यों आया क्योंकि जनता परिवर्तन चाहती थी। छत्तीसगढ़ में क्यों परिवर्तन आया, क्योंकि जनता परिवर्तन चाहती थी। अगर हम इन चार राज्यों (राजस्थान, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और तेलंगाना) के चुनावों का विश्लेषण करें तो यही बात समझ में आती है कि जनता परिवर्तन चाहती है तो फिर जब दिल्ली (लोकसभा) का चुनाव होगा तो जनता परिवर्तन क्यों नहीं चाहेगी.... तो यह भाजपा के लिए चिंता का विषय है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार से पूछे जा रहे सवाल अब भी अपनी जगह कायम हैं। उन्होंने कहा कि जो सवाल हैं, वे कभी कहीं गए नहीं हैं। भाजपा को बताना चाहिए अगर वह जीत गई है तो पूरे उत्तर प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई। भाजपा को कहना चाहिए कि अब कोई बेरोजगार नहीं है और महंगाई का भी समाधान हो गया है।
कहा गया कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था होगी। मैं अभी सदन में था। मुख्यमंत्री जी, उनके सहयोगियों और कैबिनेट के लोगों ने एक बार भी पूरक बजट में एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की बात नहीं की। अगर भाजपा को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था चाहिए तो आज विकास दर 34 प्रतिशत होनी चाहिए। क्या भाजपा ने यह विकास दर हासिल कर ली है?
उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश होने के सरकार के दावों के बारे में पूछे गए एक सवाल पर यादव ने कहा कि हमें बताया जाए कि वास्तव में निवेश कहां पर हुआ है और अगर निवेश हुआ है तो लोगों को नौकरी और रोजगार भी मिला होगा। वह कोई जिला या तहसील बता दे कि हमने जो एमओयू साइन किए थे उसके जरिए फलां जिले में यह निवेश मिला है और इससे इतने लोगों को रोजगार मिला है। सरकार कभी वास्तव में हुए निवेश के बारे में नहीं बताती। सच्चाई यह है कि आज घर-घर बेरोजगार बैठे हुए हैं।
उन्होंने विकास के आंकड़ों पर तंज करते हुए कहा कि आंकड़े क्या कहते हैं उस पर मैं बाद में जाऊंगा लेकिन जो आंखों से दिखता है वही विकास होता है। सरकार प्रति व्यक्ति आय के झूठे आंकड़े पेश करती है।