उमेश हत्याकांड के साथ ही अशरफ ने साले को बचाने के लिए तैयार किया था प्लान, दिल्ली में मिली सद्दाम की लोकेशन
प्रयागराज के उमेशपाल हत्याकांड के बरेली कनेक्शन की जांच एसआईटी कर रही है। जांच पड़ताल में सामने आया है कि प्रयागराज शूटआउट वाले दिन अशरफ साले सद्दाम को बचाने का प्लान तैयार कर रहा था।
प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। सामने आया है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के साथ ही अशरफ ने अपने साले सद्दाम को बचाने का भी प्लान तैयार कर लिया था। यही वजह रही है कि 11 फरवरी को जब अतीक का बेटा असद उससे मिला और 24 फरवरी को हत्याकांड वाले दिन सद्दाम की लोकेशन दिल्ली मिली।
प्रयागराज के उमेशपाल हत्याकांड के बरेली कनेक्शन की जांच एसआईटी कर रही है। बरेली जेल में बंद माफिया अतीक का भाई अशरफ भी इस मामले में नामजद है। इसकी जांच आगे बढ़ी तो इस हत्याकांड से बरेली कनेक्शन भी सामने आया। पता चला कि 10 और 11 फरवरी को प्रयागराज के गुर्गों ने जेल में अशरफ से मुलाकात की। उनमें अतीक अहमद का बेटा असद भी था। माना जा रही है कि इन्हीं दो दिन में उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के प्लान को अंतिम रूप दिया गया।
मगर दोनों ही दिन अशरफ का साला सद्दाम उससे जेल में मिलने नहीं पहुंचा जबकि वही बरेली में रहकर उसकी सारी व्यवस्थाएं देख रहा था। इसके बाद 24 फरवरी को वारदात के बाद जांच शुरू हुई तो पता चला कि 11 और 24 फरवरी को सद्दाम की लोकेशन दिल्ली थी। इस आधार पर अफसरों का कहना है कि अशरफ ने गुर्गों को आगे कर वारदात को अंजाम दिया लेकिन अपने साले को बाहर भेजकर उसके बचने का इंतजाम कर दिया।
सरेंडर से पहले गिरफ्तारी की कोशिश में पुलिस
जेल में अशरफ से अवैध तरीके से मुलाकात और उसकी मदद करने के आरोपी एक राजनीतिक दल के नेता लल्ला गद्दी ने विशेष कोर्ट में सरेंडर अर्जी डाली है। इस पर गुरुवार को सुनवाई होनी है। मगर फजीहत से बचने के लिए पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
जेल अफसरों के भ्रष्टाचार की जांच, बयान दर्ज
अशरफ से अवैध रूप में जेल में मुलाकात कराने को लेकर जेल अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इस संबंध में जेल अधिकारियों व कर्मचारियों के अकाउंट की जांच की जा रही है। बुधवार को भी एसआईटी ने जेल पहुंचकर उन लोगों के बयान दर्ज किए। एसआईटी की जांच में यह साफ हो चुका है कि अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से ही जेल नियमों का उल्लंघन कर अशरफ के गुर्गों से मुलाकात कराई गई। इसके बदले में जेल अधिकारियों व कर्मियों को महंगे गिफ्ट एवं नकदी देने के भी आरोप है।