अलीगढ़ मर्डर केस: 10 हजार की उधारी में मार दी गई ढाई साल की मासूम, कूड़े में मिली लाश
यूपी के अलीगढ़ की रहने वाली ढाई साल की मासूम को सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि आरोपियो की पैसों को लेकर उसके पिता से कहासुनी हो गई थी। अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र की रहने वाली 30 मई से लापता थी।...
यूपी के अलीगढ़ की रहने वाली ढाई साल की मासूम को सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि आरोपियो की पैसों को लेकर उसके पिता से कहासुनी हो गई थी। अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र की रहने वाली 30 मई से लापता थी। उसके माता-पिता ने टप्पल थाने में उसके गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखवाई थी लेकिन किसी को नहीं पता था कि उसी दिन इस दुनिया से जा चुकी है।
10,000 रुपए के लिए की हत्या-
मासूम की हत्या की वजह महज दस हजार रुपए के लेनदेन का विवाद था। हत्यारोपी जाहिर बनवारी का पड़ोसी है। उसने बनवारी के पिता कन्हैया लाल से किसी काम के लिए दस हजार रुपए उधार लिए थे। जब रुपए वापस मांगे तो दोनों के बीच विवाद हो गया। दो दिन बाद जब उसका क्षत विक्षत शव मिला तो परिवार ने जाहिद को ही हत्यारोपी बताते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया। दो दिन की पड़ताल के बाद पुलिस ने जाहिद और उसके साथ ही असलम को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में हकीकत सामने आने पर पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।
दोस्त के साथ मिलकर की पूरी प्लानिंग-
पिता से बदला लेने के लिए आरोपी जाहिद ने अपने दोस्त असलम के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग की। प्लानिंग के तहत 30 मई को जाहिद ने बिस्कुट का लालच देकर बच्ची को अपने साथ ले गया। इसके बाद दोनों ने बच्ची की दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी। सबूत छिपाने के लिए शव को असलम के घर में भूसे में छिपा दिया। शव से जब बदबू आने लगी तो 1 जून को उसे कूड़े पर फेंक दिया था।