अखिलेश का बढ़ेगा कांफिडेंस या ठीकरा फोड़ेगी कांग्रेस? अब नतीजे बताएंगे मध्य प्रदेश में कौन सही, कौन गलत
Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा के अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला दोनों में से किसके लिए सही है और किसके लिए गलत इसका फैसला अब नतीजे ही करेंगे।
Congress Vs Samajwadi Party: मध्य प्रदेश विधानसभा का चुनाव कांग्रेस सपा के रिश्तों की दिशा तय कर सकता है। इस चुनाव के नतीजे अगर कांग्रेस की उम्मीदों से जरा भी प्रतिकूल आए तो उसे इसका इसका ठीकरा सपा पर फोड़ने का मौका मिलेगा। यही नहीं इसका असर लोकसभा चुनाव के लिए बने ‘इंडिया’ गठबंधन की संभावनाओं पर भी पड़ सकता है। इससे दोनों दल के रिश्तों में बदलाव आ सकता है।
यही नहीं अगर कांग्रेस मध्य प्रदेश में जीत हासिल करती है तो उसका पक्ष सही साबित होगा। पर इसके उलट भी संभावना बनती है। पिछली बार सपा एक सीट जीती थी अब यह संख्या बढ़ती है तो सपा भी आत्मविश्वास में दिखेगी। महज छह सीटों को लेकर शुरू हुआ विवाद किस मोड़ पर आगे पहुंचेगा इसका अंदाजा अगले महीने लग जाएगा।
इस तरह लोकसभा चुनाव गठबंधन से पहले मध्य प्रदेश के चुनावी नतीजों का सबको इंतजार रहेगा। कांग्रेस से अलग जाकर समाजवादी पार्टी ने अब तक वहां 41 प्रत्याशी उतार दिए हैं और यह संख्या 50 से ज्यादा जा सकती है। हालांकि कांग्रेस यह भी कहती रही है कि मध्य प्रदेश में सपा का कोई बड़ा जनाधार नहीं है लेकिन इतनी सीटों पर प्रत्याशी उतारने से सपा कितना वोट काट सकती है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। वैसे सपा ने वहां अपने जनाधार वाली सीटों पर पुराने लोगों को टिकट दिया है। सपा बेहतर प्रदर्शन करने की सूरत में आक्रामक तेवर दिखा सकती है। अखिलेश यादव कांग्रेस व सपा के बीच हालिया विवाद से नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। वैसे दोनों दल फिलहाल शांत हो गए हैं लेकिन नतीजों के आने के बाद यह रिश्ते किस दिशा व दशा में पहुंचेंगे, इसका अंदाजा मौजूदा दिखाए गए तेवर से भी लग सकता है। हालांकि मध्य प्रदेश में बात तो कांग्रेस सपा के बीच फ्रैंडली फाइट की हो रही है लेकिन जब त्रिकोणीय मुकाबला हुआ तो कई छोटे दल बड़े दलों को नुकसान पहुंचाने की स्थिति में जरूर होंगे।
अखिलेश के साथ आए मध्यप्रदेश के मिर्ची बाबा
सपा प्रमुख से मध्य प्रदेश के मिर्ची बाबा उर्फ राकेश दुबे ने सोमवार को लखनऊ में मुलाकात की। अखिलेश ने मिर्ची बाबा को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में एक विशेष सीट से चुनाव लड़ने के लिए शुभकामनाएं भी दीं। विवादों में रहे मिर्ची बाबा हाल तक कांग्रेस के साथ रहे हैं।
अखिलेश यादव को बताया गया भावी प्रधानमंत्री
कांग्रेस से रार बढ़ने और थमने के बाद अब सपा की ओर से अखिलेश यादव को भावी पीएम बताया गया है। हालांकि अखिलेश यादव का जन्मदिवस एक जुलाई को होता है। अब इसको लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।