बीएचयू आईआईटी मामले में एबीवीपी के लोग, अजय राय के आरोपों पर भड़का संगठन, एफआईआर के लिए तहरीर
बीएचयू आईआईटी में छात्रा के कपड़े उतरवाकर अश्लीलता के मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने एबीवीपी के छात्रों पर आरोप लगा दिया है। इसे लेकर VBVP छात्र भड़क गए हैं। अजय राय पर केस की मांग की है
बीएचयू आईआईटी में छात्रा के कपड़े उतरवाकर अश्लीलता के मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बीजेपी के छात्र विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के लोगों पर आरोप लगा दिया है। इसे लेकर एबीवीपी छात्र भड़क गए हैं। अजय राय के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए लंका थाने पर तहरीर दी है। बीएचयू में आईआईटी की छात्रा के साथ बुधवार की रात तीन बुलेट सवार युवको ने बेहद शर्मनाक वारदात की थी। छात्रा के कपड़े उतरवाकर अश्लीलता की थी। उसका वीडियो भी बनाया था।
बीएचयू में हुई इस घटना को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने एबीवीपी और आरएसएस पर निशान साधा। सीधे दोनों संगठन के लोगों पर आरोप लगा दिया। अजय राय ने कहा कि जितने भी विश्वविद्यालय है उसका संघीयकरण कर दिया गया है। आएसएस के लोगों को बैठा दिया गया है। कहा कि जहां तक मेरी जनकारी है बीएचयू में छात्रा के साथ हुई जघन्य घटना में विद्यार्थी परिषद के लोग शामिल हैं। मामले में जो नाम आ रहा है, वह विधार्थी परिषद और आरएसएस के लोगों का है।
अजय राय ने कहा कि इन लोगों को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए। इन पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। जितने भी आरएसएस और विद्यार्थी परिषद के लोगों ने कैंपस में इस तरह का माहौल बना रखे हैं उन्हें गिरफ्तार किया जाए। अजय राय का बयान सामने आने पर एबीवीपी के कार्यकर्ता भड़क गए। लंका थाने पर अजय राय के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए तहरीर दी। लंका के प्रभारी एसओ के अनुसार तहरीर मिली है। जांच की जा रही है। जांच पूरी होते ही कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला
आईआईटी बीएचयू से बीटेक कर रही छात्रा देर रात हॉस्टल से नाइट वॉक पर निकली थी। छात्रा के मुताबिक अगले चौराहे पर उसका एक दोस्त भी मिल गया और दोनों साथ चलने लगे। आईआईटी के पिछले हिस्से में स्थित करमनबीर बाबा मंदिर से थोड़ा पहले बुलेट सवार तीन युवक पहुंचे और दोनों को पकड़ लिया। आरोप है कि तीनों के पास असलहे थे जिसके बल पर उन्होंने छात्र और छात्रा को धमकाया। छात्रा का मुंह दबाकर अलग ले गए और अश्लील हरकतें कीं।
इसके बाद आरोपियों ने उसके कपड़े उतरवा दिए और फोटो-वीडियो बनाया। छात्रा का मोबाइल भी छीना मगर कुछ देर बाद उसे लौटा दिया। आरोपी धमकी देते हुए भाग निकले। छात्रा वहां से भागकर एक प्रोफेसर के आवास में घुस गई और किसी तरह जान बचाई। यहां से उसे सुरक्षाकर्मियों तक पहुंचाया गया।
इस मामले में छात्रा की तहरीर पर लंका थाने में आईपीसी की धारा 354 ख, 504 और 66-ई आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसीपी भेलूपुर ने दावा किया कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है और इनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है। मामले पर तात्कालिक रूप से आईआईटी प्रशासन ने कैंपस में रात 10 से सुबह 5 बजे तक सभी रास्ते बंद करने का आदेश जारी किया। आईकार्ड दिखाने वालों को बैरियर से आगे जाने दिया जाएगा।
एकजुट हुए विद्यार्थी, निदेशक कार्यालय घेरा
गुरुवार की सुबह घटना की सूचना के बाद आईआईटी के सैकड़ों छात्र-छात्राएं राजपुताना चौराहे पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने आईआईटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और दुस्साहिक व शर्मनाक हरकत करनेवालों की गिरफ्तारी की मांग करते रहे। यहां लगभग दो घंटे चले धरने के बाद प्रदर्शनकारियों ने निदेशक कार्यालय का घेराव किया। तख्तियां, ढोल और लाउडस्पीकर के जरिए उन्होंने विरोध के स्वर बुलंद किए। उनकी मांग थी कि निदेशक को मौके पर बुलाया जाए और छात्रों की मांगें सुनी जाएं।
फोर्स के साथ पहुंचे एसीपी भेलूपुर प्रवीण सिंह ने काफी देर तक प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया मगर वे मांगें पूरी होने तक धरना खत्म करने को तैयार न थे। शाम होते ही छात्रों ने आईआईटी हॉस्टल से हैदराबाद गेट रोड को खुद ही बैरिकेड लगाकर रोक दिया।
जिमखाना मैदान में ओपन हाउस, पहुंचे पुलिस अधिकारी
देरशाम जिमखाना मैदान में ‘ओपन हाउस’ लगाया गया। सभी छात्र-छात्राओं के साथ निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन की मौजूदगी में अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था डॉ. एस. चन्नप्पा ने बातचीत की। इस दौरान विद्यार्थियों की सुरक्षा संबंधी समस्याओं पर बातचीत हुई।
निदेशक ने विद्यार्थियों की सभी मांगें 24 घंटे में पूरी करने और कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का आश्वासन दिया। इससे पहले दोपहर के वक्त निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने गेस्ट हाउस में आईआईटी और पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक की। परिसर में सुरक्षा संबंधी योजना पर खाका तैयार किया गया।