बढ़ते संक्रमण के बीच 300 बेड का कोविड वार्ड तैयार करने में जुटा AIIMS गोरखपुर
गोरखपुर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एम्स ने कमर कस रहा है। इस बार एम्स में कोविड...
गोरखपुर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एम्स ने कमर कस रहा है। इस बार एम्स में कोविड मरीजों का इलाज करने के लिए स्पेशल वार्ड तैयार किया जा रहा है। फौरी तौर पर एम्स में बने 300 बेड के अस्पताल को कोविड वार्ड में तब्दील करने जा रहा है। जरूरत पड़ने पर इसमें 100 बेड का इजाफा कर दिया जाएगा।
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने एम्स की कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर से इस संबंध में बात की है। निदेशक ने सीएमओ को बताया कि फिलहाल एम्स में तीन सौ बेड ही हैं। सौ बेड कहां रखे जाएं, इस पर मंथन चल रहा है।
एम्स प्रशासन का कहना है कि हमारे पास तीन सौ ऑक्सीजन युक्त बेड हैं। यदि सौ बेड बढ़ाए जाएंगे तो उन पर इतनी जल्दी ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं हो पाएगी। ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट तो है ही इससे पर्याप्त ऑक्सीजन का उत्पादन भी हो रहा है। लेकिन नए बढ़ाए जाने वाले बेडों पर ऑक्सीजन प्वाइंट बनाना और वहां तक पाइप लाइन ले जाना कम समय में मुश्किल होगा। इसलिए फिलहाल जरूरत पड़ी तो सिलेंडर से ही रोगियों को ऑक्सीजन की आपूर्ति करनी पड़ेगी।
रेलवे अस्पताल व स्पोर्ट्स कॉलेज में भी कोविड वार्ड
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि रेलवे अस्पताल में दो सौ बेड और स्पोर्ट्स कॉलेज में 150 बेड का कोविड वार्ड बनाने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा हमारे पास 2652 बेड तैयार हैं। जरूरत पड़ने पर ग्रामीण क्षेत्र में भी निजी अस्पतालों में कोविड वार्ड बनाए जाएंगे। दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। किसी भी संक्रमित को दिक्कत नहीं हो पाएगी। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में लेवल थ्री अस्पताल चल रहा है। गंभीर रोगियों को वहीं भर्ती किया जाएगा। हालांकि अभी जिले में ज्यादातर संक्रमित लक्षण विहीन है।