सत्संगी महिला ने ही खोला आगरा के सत्संगियों के खिलाफ मोर्चा, अफसरों से मिलकर लगाए संगीन आरोप
आगरा में एक सत्संगी महिला ने ही सत्संगियों के खिलाफ मोर्चा खोला है। महिला सोमवार को डीसीपी सिटी के ऑफिस आई थी। महिला ने सत्संगियों के खिलाफ एक प्रार्थना पत्र दिया। उन पर कई गंभीर आरोप लगाए।
आगरा में सत्संगियों के बवाल के बीच एक सत्संगी महिला ने ही सत्संगियों के खिलाफ मोर्चा खोला है। महिला सोमवार को डीसीपी सिटी के ऑफिस आई थी। महिला ने सत्संगियों के खिलाफ एक प्रार्थना पत्र दिया। उन पर कई गंभीर आरोप लगाए। महिला अपने साथ एक पोस्टर भी लेकर आई थी। जिसमें उसके शरीर पर पिटाई के निशान की तस्वीरें थीं। कैमरे के सामने महिला ने जो आरोप लगाए वह हैरान कर देने वाले थे।
प्रार्थना पत्र रूही सत्संगी ने दिया। वह सौ फुटा मार्ग दयालबाग की निवासी है। उसने डीसीपी सिटी को बताया कि वह खानदानी सत्संगी है। उसने इस संस्था से जुड़कर जो जुल्म सहन किया है उसे बयां नहीं कर सकती। उसे जानवरों की तरह पीटा गया। उसकी बुजुर्ग मां से भी मारपीट हुई। बेटे को पीटा गया। गाड़ी तोड़ दी गई। पुलिस के पास गई। प्रार्थना पत्र दिया। आज तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
महिला ने घटना के समय के अपने फोटोग्राफ दिखाए। उसके शरीर पर बेरहमी से पीटे जाने के निशान साफ दिख रहे थे। महिला ने सत्संगियों से जुड़े कई लोगों के बारे में कई अहम जानकारियां पुलिस को दीं। बताया कि किसको क्या जिम्मेदारी मिली हुई है। महिला ने कई गंभीर आरोप लगाए। पुलिस को यह भी बताया कि उसके ऊपर जो हमला हुआ है उसके लिए लड़कियों को ट्रेनिंग किसने दी थी। हमले के लिए इशारा किसने किया था।
महिला ने यह भी बताया कि विवाद की असली वजह क्या होती है। संगठन से कौन-कौन ऐसे लोग जुड़े हैं जो सत्संग सभा को बदनाम कर रहे हैं। डीसीपी सिटी ने महिला की पूरी बात सुनी। उसके प्रार्थना पत्र पर जांच के आदेश दिए। फिलहाल उसके प्रार्थना पत्र पर कोई मुकदमा नहीं लिखा गया है। पुलिस पहले आरोपों की जांच करेगी। उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। जांच के लिए खुफिया एजेंसियों को भी लगाया गया है।
रविवार को क्या हुआ
आगरा के दयालबाग क्षेत्र में पुलिस प्रशासन की टीम ने शनिवार को छह अवैध गेट ध्वस्त किए थे। उन रास्तों को खुलवाया था जो सत्संगियों ने दीवार लगाकर बंद कर दिए थे। टैनरी मार्ग पर लगा गेट नंबर आठ शनिवार को पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में सत्संगियों ने जबरन फिर खड़ा कर दिया था। इसके बाद रविवार को सत्संगियों और पुलिस के बीच टकराव हो गया था। सत्संगियों ने पत्थराव किया तो पुलिस भी पीछे नहीं रही। पुलिस ने सत्संगियों पर लाठीचार्ज करके दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इसमें कई सत्संगी, पत्रकार और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।