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लखनऊ मेट्रो के मुकाबले काफी एडवांस होगी आगरा की मेट्रो, जाने क्या होगा खास

आगरा की मेट्रो लखनऊ मेट्रो के मुकाबले काफी एडवांस होगी। इसमें सिग्नल प्रणाली मॉडर्न होगी, तो वहीं कोचों में एलईडी स्क्रीन भी लगाई जाएगी। पीएसी ग्राउंड में पत्रकारों से वार्ता करते हुए यूपी मेट्रो रेल...

Shivendra Singh वरिष्ठ संवाददाता , आगराMon, 7 Dec 2020 07:27 AM
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आगरा की मेट्रो लखनऊ मेट्रो के मुकाबले काफी एडवांस होगी। इसमें सिग्नल प्रणाली मॉडर्न होगी, तो वहीं कोचों में एलईडी स्क्रीन भी लगाई जाएगी। पीएसी ग्राउंड में पत्रकारों से वार्ता करते हुए यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार के‌शव ने बताया कि आगरा मेट्रो में एडवांस फीचर लगाए जा रहे हैं, जो इसे अन्य शहरों की मेट्रो से बेहतर बनाएंगे।

ताजमहल की वजह से शहर में बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक आते हैं। पर्यटक जब मेट्रो में सफर करें, तो उन्हें यहां के इतिहास, संस्कृति और विरासत के साथ ही आधुनिकता का भी एहसास हो, इसलिए आगरा मेट्रो को मॉडर्न तकनीकी से लैस किया जा रहा है।

बता दें कि यूपी में नोएडा और लखनऊ में मेट्रो ट्रेन का संचालन हो रहा है। ऐसे में आगरा की मेट्रो को लखनऊ मेट्रो से एडवांस बनाया जा रहा है। कुमार केशव ने बताया कि आगरा में लाइट मेट्रो चलेगी, लेकिन इसके कोच सभी सुविधाओं से युक्त होंगे। हर कोच में लगी एलईडी स्क्रीन पर स्टेशनों के साथ-साथ ट्रेन की स्पीड और अन्य सूचनाएं प्रसारित होंगी। मानीटिरंग और सुरक्षा के लिहाज से भी विशेष व्यवस्था की गई है।

2022 में छह स्टेशनों के बीच दौडेगी मेट्रो
मेट्रो कारपोरेशन को 2022 तक आगरा में ट्रेन दौड़ाने का टारगेट दिया गया है। कुमार केशव ने बताया कि 2022 में पहले कारीडोर (सिकंदरा से ताजमहल पूर्वी गेट) पर छह स्टेशनों में मेट्रों का संचालन होगा। इसके तहत ट्रेन ताजमहल के पूर्वी गेट से जामा मस्जिद के बीच दौड़ेगी। इनमें तीन स्टेशन एलिवेटेड होंगे और तीन अंडरग्राउंड होंगे। धीरे-धीरे ट्रैक को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही तीन स्टेशनों का टेंडर होने जा रहा है, इसका प्रस्ताव बनाकर यूरोपियन बैंक को भेज दिया गया है।

ट्रांसप्लांट होंगे 300 पेड़
मेट्रो ट्रेन की राह में आ रहे पेड़ों की गिनती होने के बाद करीब 1823 पेड़ ऐसे हैं, जिन्हें काटने की जरूरत होगी। मेट्रो कारपोरेशन ने कोशिश की है कि कम से कम पेड़ काटे जाएं। इसलिए करीब 303 पेड़ ऐसे हैं, जिन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। मेट्रो कारपोरेशन कटने वाले पेड़ों के एवज में 10 गुना पेड़ लगाएगा। इसके लिए फतेहाबाद तहसील में करीब 21 हेक्टेयर जमीन संरक्षित वन क्षेत्र घोषित की जा चुकी है।

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