बेटी ही निकली मां की हत्यारी, प्रेमी और दोस्तों से कराया कत्ल, वजह सुनकर पुलिस भी हैरान
आगरा में कारोबारी उदित बजाज की पत्नी अंजलि बजाज हत्याकांड की साजिश में उनकी नाबालिग बेटी भी शामिल थी। मां ने बेटी को धमकी दी थी कि प्रेमी को पॉक्सो एक्ट में जेल भिजवा देंगी। इसी पर हत्या कर दी गई।
आगरा में कारोबारी उदित बजाज की पत्नी अंजलि बजाज हत्याकांड की साजिश में उनकी नाबालिग बेटी भी शामिल थी। मां ने बेटी को धमकी दी थी कि प्रेमी को पॉक्सो एक्ट में जेल भिजवा देंगी। बेटी ने मां की बात प्रेमी को बता दी। प्रेमी घबरा गया। साजिश रची। दोस्त को रुपयों का लालच देकर आगरा लाया। अंजलि बजाज को उनकी बेटी की मदद से जंगल में बुलाया। चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को रविवार को जेल भेज दिया। बेटी को सोमवार को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा।
शास्त्रीपुरम स्थित भावना एरोमा निवासी अंजलि बजाज सात जून को ककरैठा में वनखंडी महादेव मंदिर के पास से लापता हुई थीं। पति ने गुमशुदगी लिखाई थी। आठ जून की शाम उनका शव मिला था। फिल्मी अंदाज में तानाबना बुना गया। हत्याकांड की साजिश का परत दर परत खुलासा करने में पुलिस को तीन दिन लगे।
कारोबारी की नाबालिग बेटी से सच जानने के लिए मनोवैज्ञानिक तरीका अपनाया। वह कदम-कदम पर अपनी प्रेमी की ढाल बन रही थी। सारे साक्ष्य सामने आने पर तय हुआ कि 15 वर्षीय बेटी के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वह हत्याकांड की साजिश में शामिल है। मां को उसी ने प्रेमी और उसके दोस्त के सामने भेजा था।
प्रेमी ने जैसा कहा करती गयी
प्रेमी ने उसे समझा दिया था कि बचने का कोई तरीका नहीं। उसकी मां को रास्ते से नहीं हटाया तो वह जेल चला जाएगा। पॉक्सो एक्ट लगेगा। भले ही रिश्ते में दोनों की मर्जी थी मगर उसकी मर्जी कोई मायने नहीं रखेगी। वह नाबालिग है। वे कभी नहीं मिल पाएंगे। प्रेमी फंस जाएगा। जेल चला जाएगा। यह देख बेटी साजिश में शामिल हुई। प्रेमी ने जैसा कहा वैसा करती चली गई।
47 कॉल करके मां को हत्यारोपियों के सामने भेजा
प्रखर गुप्ता अकेले अंजलि बजाज को नहीं मार सकता था। उसे एक साथी चाहिए था। साथी की तलाश में वह हत्या से करीब दस दिन पहले अपने गांव गंज डुण्डवारा (कासगंज) पहुंचा। वहां रहा। रुपयों के लालच में कौन उसका साथ दे सकता है। यह देखा। उसके बाद शीलू को चिन्हित किया। दो जून को उसके साथ आगरा आया। उसे टीपी नगर स्थित एक होटल में रुकवाया।
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि हत्याकांड का खुलासा इतना आसान नहीं था। हत्या की साजिश रचने प्रखर रहस्य और रोमांच की वेबसीरिज देखता है। मर्डर मिस्ट्री वाली फिल्में देख उसने साजिश का तानाबाना बुना था। पुलिस से कैसे बचना है यह भी पहले ही सोच लिया था। प्रखर के कहने पर किशोरी ने सात जून की दोपहर अपने घर से निकली।
अपनी मां को फोन किया। कहा कि वह अपने प्रेमी के साथ जा रही है। उससे आखिरी बार मिलना है तो आ जाएं। वह लाइव लोकेशन भेज रही है। बेटी अपनी मां से फोन पर बात कर रही थी। प्रेमी उसे इंस्टा कॉल पर निर्देशित कर रहा था। किशोरी का व्हाट्स एप प्रखर ने शीलू के मोबाइल में इंस्टॉल कर रखा था। उससे वह अंजलि को लाइव लोकेशन भेज रहा था। अंजलि को लग रहा था कि बेटी मैसेज भेज रही है। ककरैठा में अंजलि रास्ता भटकी।
प्रेमी के कहने पर बेटी ने मां से फोन पर बात की। मां से कहा कि अपनी लाइव लोकेशन भेजो। मां ने लोकेशन भेजी। प्रेमी के दोस्त के मोबाइल पर पर किशोरी का व्हाट्स एप चल रहा था। अंजलि की लोकेशन प्रखर और शीलू को मिल रही थी। प्रखर किशोरी को फोन पर बता रहा था कि मां को रास्ता बताए।
अब किधर आना है। बेटी ऐसा ही कर रही थी। दोपहर 2:20 बजे से 3.56 बजे तक बेटी ने मां को 47 बार फोन किया। एक बार भी उसे नहीं लगा कि वह मां को मुसीबत में धकेल रही है। जंगल में उसकी हत्या होने वाली है। उसी ने मां को फोन कर- करके हत्यारोपियों के सामने तक भेजा था।
प्रखर ने पकड़े हाथ शीलू ने मारे चाकू
प्रखर गुप्ता ने पुलिस को बताया कि अंजलि बजाज के जंगल में आने के बाद उनके पास 30 मिनट का समय था। उदित बजाज गुरु का ताल तक गए थे। अंजलि बजाज जंगल में बेटी को खोज रही थीं। तभी शीलू उनके पास पहुंचा। बोला यहां कैसे भटक रही हैं। उन्होंने कहा बेटी इधर आई है।
उसने कहा परेशान न हो। वह मदद करता है। इसी बीच प्रखर वहां आ गया। उसने अंजली को पीछे से दबोच लिया। उनके हाथ पकड़ लिए। शीलू ने चाकू से उनके पेट पर प्रहार किए। जमीन पर गिरने के बाद प्रखर ने चाकू ने उनकी गर्दन पर प्रहार किया।
उदित बजाज को भी मार देते हत्यारोपी
पुलिस के अनुसार उदित बजाज जब गुरु का ताल से ककरैठा में वनखंडी महादेव मंदिर तक पहुंचे पत्नी अंजलि की हत्या हो चुकी थी। हत्यारोपी प्रखर और शीलू वहां मौजूद थे। उन्होंने उन्हें देखा। प्रखर ने शीलू से कहा कि इसे भी निपटा देते हैं। पूरा काम हो जाएगा।
बेटी अकेली रह जाएगी। वह करोड़पति बन जाएगा। आराम से ऐश करेगा। एक हत्या से शीलू घबरा गया था। उसने प्रखर से कहा कि पागल न बने। चुपचाप भागो। पकड़े गए तो लेने के देने पड़ जाएंगे। दो लोगों की हत्या के खुलासे में पुलिस एड़ी चोटी का जोर लगा देगी।