Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़After the condolence meeting at BHU the peacock was cremated with state honors it had died due to being bitten by dogs

बीएचयू में श्रद्धांजलि सभा के बाद मोर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, कुत्तों के नोंचने से हुई थी मौत

बीएचयू परिसर में सरदार वल्लभ भाई पटेल छात्रावास के उद्यान में कुत्तों के हमले से घायल मोर की मौत गई। रविवार सुबह छात्रावास के ही तुलसी उद्यान में मोर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, वाराणसीSun, 30 June 2024 04:27 PM
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बीएचयू परिसर में सरदार वल्लभ भाई पटेल छात्रावास के उद्यान में कुत्तों के हमले से घायल मोर की मौत गई। रविवार सुबह 11 बजे छात्रावास के ही तुलसी उद्यान में मोर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शनिवार रात्रि को आवारा कुत्तों ने मोर को जख्मी कर दिया था। छात्रावास के प्रशासनिक संरक्षक व पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक डॉ धीरेंद्र राय और छात्रावास संरक्षक व पाली विभाग के प्राध्यापक डॉ शैलेंद्र सिंह को इसकी जानकारी हुई। मौके पर पहुंच कर वन विभाग को इसकी सूचना दी और तत्काल घायल हुए मोर को विश्विद्यालय एंबुलेंस द्वारा महमूरगंज के एक चिकित्सक डॉ नरेंद्र प्रताप सिंह के पास ले जाया गया। वहां घंटों उपचार के बावजूद उसे बचाया न जा सका। इसके बाद छात्रों ने राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया।

अंतिम संस्कार से पहले हॉस्टल में ही श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया। राष्ट्रीय पक्षी को तिरंगा में लपेटकर हॉस्टल में ही रखा गया। जहां छात्रों और अन्य लोगों ने पुष्प चढ़ाकर नमन किया। इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने छात्रावास के मैदान में ही मोर का अंतिम संस्कार किया। छात्रावास के वार्डन शैलेंद्र कुमार के अनुसार शनिवार की रात में मोर जैसे ही हमारे लोन में पहुंचा वहां मौजूद कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। छात्रावास में मौजूद छात्र जब तक मोर के पास पहुंचे वह बुरी तरह घायल हो चुका था। कहा कि हम विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करेंगे कि विश्वविद्यालय में अभियान चलाकर आवारा कुत्तों को पकड़ा जाए।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता भवन में पिछले दिनों छात्रावास के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई थी जिसमें इस बात को कुलपति के सामने रखा गया था। उन्होंने कहा कि नगर निगम और बीएचयू प्रशासन ने मिलकर बीएचयू में बहुत सारे आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए काम किया लेकिन अभी भी इसे बड़े स्तर पर करने की जरूरत है।

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