केशव मौर्य, भूपेंद्र चौधरी के बाद सीएम योगी जाएंगे दिल्ली, कल रवानगी, पीएम मोदी और अन्य नेताओं से होगी मुलाकात
केशव प्रसाद मौर्य और यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के दिल्ली दौरे के बाद सीएम योगी राजधानी जा रहे हैं। वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कई वरिष्ठ नेताओं से सीएम योगी की मुलाकात हो सकती है।
लोकसभा चुनाव के बाद से यूपी भाजपा में हलचल मची हुई है। ऐसे में भाजपा के नेताओं की हर गतिविधि पर लोगों की नजरें हैं। खासकर भाजपा कार्यसमिति की बैठक में डिप्टी सीएम केशव मौर्य का सरकार से संगठन बड़ा वाले बयान के बाद से उथलपुथल ज्यादा मच गई है। इसके कई मायने निकालने गए और दो दिन बाद ही दिल्ली जाकर अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनकी मुलाकात ने कई चर्चाओं को जन्म दे दिया था। केशव के कुछ घंटे बाद ही यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी दिल्ली पहुंचे और जेपी नड्डा के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। अब बारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है।
सीएम योगी शुक्रवार को दिल्ली रवाना होंगे। इस दौरान पीएम मोदी के साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से उनकी मुलाकात संभावित है। माना जा रहा है कि वह मुलाकात के दौरान पीएम मोदी और वरिष्ठ नेताओं को यहां चल रही गतिविधियों से अवगत कराएंगे। हालांकि योगी के दिल्ली जाने का असल मकसद नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेना है। नीति आयोग की बैठक में भाग लेने के साथ ही सीएम योगी मुख्यमंत्रियों की बैठक में भी हिस्सा लेंगे।
लोकसभा चुनाव के बाद पिछले कुछ दिनों में सीएम योगी ने यूपी के हर मंडल की बैठक की है और यहां के जनप्रतिनिधियों से फीडबैक लिया है। सांसदों, विधायकों और मंत्रियों से हार के एक-एक कारण पर विस्तार से समीक्षा की है। इस दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों से अपनी सरकार की उपलब्धियों, चल रही योजनाओं की प्रगति और राज्य सरकार द्वारा नीति आयोग के समक्ष की जाने वाली मांग के बारे में भी जानकारी ली है।
प्रधानमंत्री मोदी ही दोनों कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे। ऐसे में सीएम योगी इन बैठकों से इतर भी पीएम मोदी से लाकात कर सकते हैं। दिल्ली में उनकी प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं के साथ वन टू वन बैठक होने की भी संभावना है। दिल्ली में सीएम योगी के कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभालने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिना पूरा कार्यक्रम बताए कहा कि सीएम योगी शुक्रवार को यूपी से रवाना होंगे और रविवार दोपहर तक वापस आ जाएंगे। वह दोनों कार्यक्रमों के अलावा राजनीतिक बैठकों में भाग लेंगे।
सीएम योगी की दिल्ली यात्रा पार्टी में सरकार बनाम संगठन की बहस के बाद मचे घमासान के बीच हो रही है। 14 जुलाई को लखनऊ में भाजपा की राज्य कार्यकारी समिति की बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जोर देकर कहा कि संगठन" सरकार से बड़ा था, है और रहेगा। उसी बैठक में योगी ने इस बात पर जोर दिया कि अति आत्मविश्वास के कारण पार्टी वांछित नतीजे हासिल करने से दूर रही। इस बैठक से पहले केशव ने मुख्यमंत्री के साथ अपने बढ़ते मतभेदों की अटकलों को खुद ही हवा भी दी। कैबिनेट की कुछ बैठकों में शामिल मौर्य शामिल नहीं हुए।
उपचुनाव में प्रदर्शन सुधारना असली परीक्षा
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद यूपी भाजपा के सामने दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अपना प्रदर्शन सुधारना सबसे बड़ा टास्क है। यह उपचुनाव पार्टी संगठन और योगी सरकार के लिए असली परीक्षा है। इसे विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी माना जा रहा है। अगर भाजपा इसमें सफल नहीं हुई तो सरकार से लेकर संगठन तक बड़ा बदलाव करना जरूरी हो जाएगा। इसी को देखते हुए सीएम योगी ने उपचुनाव की तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। निगरानी के लिए 30 मंत्रियों को तैनात किया है। इन 10 सीटों में से पांच (रालोद और निषाद पार्टी द्वारा जीती गई सीटों सहित) पर भाजपा और उसके सहयोगियों के विधायक थे। पांच सीटें समाजवादी पार्टी के पास थीं।