Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़After high security number plate is mandatory Papa-Nawab and Boss demand ended in UP

यूपी में खत्म हाे गई पापा-नवाब और बॉस की डिमांड, जानिए क्या है पूरा मामला

मनचाहे नंबरों के साथ खिलवाड़ करके डिजाइनर नंबर प्लेट लगवाने वालों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ने ब्रेक लगा दिया है। यही वजह है कि अब कोई भी गाड़ी मालिक पापा, नवाब और बॉस को नहीं पूछ रहा है। इससे...

Deep Pandey हिन्दुस्तान टीम, लखनऊFri, 22 Oct 2021 12:57 PM
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मनचाहे नंबरों के साथ खिलवाड़ करके डिजाइनर नंबर प्लेट लगवाने वालों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ने ब्रेक लगा दिया है। यही वजह है कि अब कोई भी गाड़ी मालिक पापा, नवाब और बॉस को नहीं पूछ रहा है। इससे मनचाहा नंबर पाने वालों की सिफारिशें भी आनी बंद हो गई है। 

पहले इन्हीं नंबरों को पाने के लिए गाड़ी मालिक आरटीओ कर्मियों को चढ़ावा भी चढ़ाते रहे है। दो पहिया गाड़ी से लेकर हर मॉडल के वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट 15 नंबर 2022 तक लगवाना जरूरी हो गया है। इसी के मद्देनजर अब वाहनों पर डिजाइनर नंबर प्लेट भी दिखने बंद हो गए है। 

एसएसआरपी से मनचाहा नंबर का जमाना गुजरा

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) के आने से अब लोग राम, पापा और बॉस जैसे दिखने वाले नंबरों से दूरी बना लिए है। पहले इन नंबरों के लिए 25 हजार रुपये तक बोली लगती थी। इसलिए 0214 से राम और 8055 से बॉस जैसे पढ़े जाने वाले नंबर अब नहीं दिखते। इसलिए इन नंबरों की मांग भी घटी है।

वीआईपी नंबरों की मांग घटी, साधारण की बढ़ी

वीआईपी नंबरों की लिस्ट में 343 नंबर हैं। इन नंबरों को चार वर्गों में एक लाख, 50 हजार, 25 हजार, 15 हजार रुपए न्यूनतम कीमत है। अब इन नंबरों वहीं साधारण नंबरों में मनपंसद नंबर  लेने के लिए दो पहिया वाहन के लिए एक हजार व चार पहिया के लिए पांच रुपये देकर बुक करा सकते है।  

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