ब्राह्मण समाज के बाद मायावती अब वेस्ट यूपी में जाट वोट बैंक साधने की तैयारी में, जानें क्या है प्लानिंग
ब्राह्मण समाज के बाद अब बसपा वेस्ट यूपी में जाट वोट बैंक को साधने की तैयारी में है। बहुजन समाज पार्टी मिशन 2022 के तहत चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। संगठन में फेरबदल के साथ जनता को जोड़ने के लिए...
ब्राह्मण समाज के बाद अब बसपा वेस्ट यूपी में जाट वोट बैंक को साधने की तैयारी में है। बहुजन समाज पार्टी मिशन 2022 के तहत चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। संगठन में फेरबदल के साथ जनता को जोड़ने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। पार्टी ने चौधरी दीपक राणा और चौधरी देवी सिंह को मंडलों की जिम्मेदारी दी है। सीधे तौर पर इस जिम्मेदारी को जाट समाज से जोड़कर देखा जा रहा है।
बसपा ने 10 सितंबर को प्रबुद्ध वर्ग के ब्राह्मण सम्मेलन द्वारा ब्राह्मण समाज को पार्टी की सरकार के दौरान समाज के लिए किए गए कार्यों को गिनाते हुए दमदार भागीदारी का वादा किया। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तथा राज्यसभा से सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने सम्मेलन में ब्राह्मण समाज को एकजुट करते हुए बसपा में शामिल होने की अपील की थी। अब पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर भाईचारा कमेटी के अंतर्गत चौधरी दीपक राणा को मेरठ, सहारनपुर व मुरादाबाद मंडल तथा चौधरी देवी सिंह को अलीगढ़, आगरा मंडल का संयोजक नियुक्त किया है। दीपक राणा का मेरठ से ताल्लुक है तो देवी सिंह मथुरा के रहने वाले हैं। दोनों को अपने-अपने मंडल में पार्टी को मजबूत बनाने के निर्देश दिए गए। पार्टी सूत्रों की मानें तो भाईचारा कमेटियों के जरिए बसपा विभिन्न बिरादरी को रिझाने में जुटी है। बसपा जिला महासचिव ब्रह्मजीत गौतम ने बताया कि शहर से देहात तक संगठन को मजबूत बनाने के लिए वृहद स्तर पर कार्यक्रम होंगे।