अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में चलेगा ये अभियान, नई कुलपति ने चार्ज लेते ही जारी किया आदेश
AMU के छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वाले पूर्व छात्रों और बाहरी अवांछनीय तत्वों को बेदखल किया जाएगा। प्रो नईमा खातून ने कुलपति का पदभार करने के दूसरे दिन ही यह आदेश जारी किया है।
Aligarh Muslim University: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जल्द ही छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वाले पूर्व छात्रों और बाहरी अवांछनीय तत्वों को बेदखल किया जाएगा। प्रो नईमा खातून ने कुलपति का पदभार करने के दूसरे दिन ही इस बावत फरमान जारी कर दिया है। उन्होंने बकायदे हॉलों के प्रोवोस्ट के साथ बैठक कर अविलंब छात्रावासों में छात्रों के अलावा अवैध रूप से रहने वालों की सूची तैयार कर प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। नई कुलपति के फरमान के बाद छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वालों में खलबली मची हुई है।
एएमयू के कैंपस और छात्रावासों में आए दिन मारपीट, गोलीबारी और गैरकानूनी गतिविधियों की खबरें आती रहती हैं। इससे जहां विवि की छवि पर असर पड़ता है, तो वहीं आंतरिक सुरक्षा पर भी सवाल उठते हैं। कुलपति ने पदभार ग्रहण करने के बाद पठन-पाठन में सुधार के साथ ही विवि की आंतरिक सुरक्षा को बेहतर करने को प्राथमिकता में रखा है। उन्होंने विवि की कमान संभालने के साथ ही अपनी मंशा भी जाहिर कर दी है। कुलपति प्रो नईमा खातून ने 22 अप्रैल की रात पदभार ग्रहण किया था। वहीं 24 अप्रैल को विवि के सभी हॉल (छात्रावासों) के प्रोवोस्ट के साथ बैठक कर हॉस्टलों से अवैध कब्जे खाली करवाने व अवांछनीय गतिविधियों पर हर हाल में रोक लगाने का सख्ती से आदेश दिया है।
छात्रावासों में तकरीबन 20 हजार छात्र
एएमयू में कुल 20 हॉल में लगभग 60 छात्रावास हैं। इसमें पांच हॉल छात्राओं के लिए निर्धारित हैं। इन सभी छात्रावासों में लगभग 17 हजार छात्रों के रहने की क्षमता निर्धारित है। हालांकि वर्तमान में तकरीबन 20 हजार से छात्र रह रहे हैं। नियम के विपरीत छात्रावासों में क्षमता से अधिक छात्रों के रहने पर कई बार सवाल उठ चुके हैं। इसमें कई बार बाहरी व पूर्व छात्रों के कब्जे होने का मामला सामने आ चुका है। इस संबंध में प्रॉक्टर प्रो मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि कुलपति ने कैंपस के अंदर लॉ एंड आर्डर का पालन और छात्रावासों में बाहरी लोगों को बेदखल कर नए सिरे से आवंटित करने का निर्देश दिया है।
आतंकी संगठनों से भी सांठगांठ
पिछले साल 11 नवंबर को एटीएस ने एएमयू के छात्रावास से चार छात्रों को गिरफ्तार किया था। इन छात्रों की पाकिस्तानी आतंकी संगठन से संबंध होने के मामले सामने आए थे। वहीं 10 अक्तूबर 2023 को छात्रों के एक गुट ने फिलिस्तीन के समर्थन में विवि परिसर के अंदर जुलूस निकाला था। इस आरोप में चार छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।
पूर्व में कई मामले आ चुके हैं सामने
एएमयू के कैंपस में हाल के कुछ महीनों में कई वारदातें सामने आ चुकी हैं। अधिकांश मामलों में छात्रावासों के छात्र, पूर्व छात्र और बाहरी युवकों की संलिप्तता रही हैं। पिछले साल तीन अक्तूबर की रात वीएन हॉल और एसएस हॉल उत्तरी के दो गुटों में मारपीट व गोलीबारी हुई थी। इसमें तीन छात्र घायल हो गए थे। बीते तीन नवंबर 2023 को एक पूर्व छात्र ने जेल से जमानत पर छूटने के बाद एसएस उत्तर हॉल परिसर में अपने साथियों के साथ हर्ष फायरिंग की थी। इसमें एक छात्र गोली लगने से जख्मी हो गया था। वहीं आठ दिसंबर 2023 को मौलाना आजाद पुस्तकालय के समीप दो गुटों में मारपीट व गोलीबारी में मेडिकल की एक छात्रा जख्मी हुई थी। वहीं 21 मार्च 2024 को होली खेलते हुए छात्रों पर दूसरे गुट के छात्रों ने हमला बोल दिया था।
पांच महीने पहले का फरमान बेअसर
एएमयू के मौलाना आजाद पुस्तकालय के समीप 6 दिसंबर 2023 को छात्रों के दो गुटों में मारपीट व गोलीबारी में मेडिकल की एक छात्रा घायल हो गई थी। मारपीट में दर्जनों हथियारबंद बाहरी युवकों की संलिप्तता रही। इसके अगले दिन ही विवि प्रशासन ने छात्रावासों में अवैध रूप से रहने वाले पूर्व छात्रों व आवंछनीय तत्वों को बाहर निकालने का फरमान जारी किया था। लेकिन पांच महीने से फरमान ठंड बस्ते में पड़ा रहा। हालांकि इस बार नई कुलपति ने बैठक कर नया आदेश जारी किया है। अब देखना यह है कि आदेश प्रभावी होगा या फिर पूर्व के फरमान की तरह बेअसर हो जाएगा।