Umesh Pal Murder Case: 18 साल से फरार अब्दुल कवि ने पहचान छिपाकर कराया बच्चों का दाखिला
राजू पाल हत्याकांड के बाद से फरार 50 हजार के इनामी शूटर अब्दुल कवि ने अपनी पहचान छिपाने के लिए हर संभव कोशिश की है। उसने अपने बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया, लेकिन पिता का नाम बदल दिया।
Umesh Pal Murder: राजू पाल हत्याकांड के बाद से फरार 50 हजार के इनामी शूटर अब्दुल कवि ने अपनी पहचान छिपाने के लिए हर संभव कोशिश की है। उसने अपने बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया, लेकिन पिता का नाम बदल दिया। अब्दुल की तलाश में लगी पुलिस को यह जानकारी मिली है। कड़ी से कड़ी जोड़कर प्रयागराज और कौशाम्बी पुलिस शूटर की तलाश में लगी है। उमेश पाल हत्याकांड में भी अब्दुल कवि का नाम सामने आया है।
कौशाम्बी निवासी अब्दुल कवि पिछले 18 साल से फरार है। पुलिस ने जांच की तो उसके नाम से पासपार्ट भी मिल गया। प्रयागराज के पते से उसका पासपोर्ट बना है। वर्ष 2003 में बने पासपोर्ट का अब्दुल कवि ने दोबारा नवीनीकरण नहीं कराया। 2006 में पासपोर्ट एक्सपायर हो गया। इसी कड़ी में पुलिस ने छानबीन की तो अब्दुल के भाई के मोबाइल में कवि की पत्नी की फोटो मिली।
फोटो की मदद से पुलिस ने अब्दुल कवि की पत्नी तक पहुंचने की कोशिश की। पुलिस जांच करने चित्रकूट पहुंची। वहां पता चला था कि एक स्कूल में अब्दुल कवि के बच्चे पढ़ते हैं। पुलिस को जिस महिला पर अब्दुल कवि की पत्नी होने का शक है, वह नहीं मिली।
स्कूल में भी बच्चों के पिता का नाम अब्दुल कवि नहीं है। अब्दुल कवि अपने परिवार के साथ भाग चुका था। अब्दुल कवि के हुलिया से मिलते जुलते एक दर्जन से अधिक लोग पकड़े जा चुके हैं। कौशाम्बी पुलिस को 18 साल बाद कवि की फोटो मिली है, लेकिन वह भी बहुत पुरानी है। इसलिए उसकी पहचान करने में काफी समस्या आ रही है।