बाबरी विध्वंस के फैसले से पहले यूपी में 70 कंपनी पीएसी तैनात, डीजीपी मुख्यालय से हो रही सोशल मीडिया पर निगरानी
अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस पर बुधवार को आने वाले विशेष सीबीआई कोर्ट के फैसले को देखते हुए पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी संवेदनशील जिलों में सुरक्षा प्रबंध और मजूबत करने के...
अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस पर बुधवार को आने वाले विशेष सीबीआई कोर्ट के फैसले को देखते हुए पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी संवेदनशील जिलों में सुरक्षा प्रबंध और मजूबत करने के लिए अतिरिक्त रूप से 70 कंपनी पीएसी की तैनाती की गई है। जिलों के पुलिस कप्तानों को सेक्टर व्यवस्था लागू करके सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि अयोध्या में पहले से ही पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध हैं। मथुरा, वाराणसी तथा अन्य जिलों में भी पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
पुलिस अफसरों को लगातार भ्रमणशील रहकर शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया की भी सघन निगरानी कराई जा रही है। जिलों के अलावा डीजीपी मुख्यालय के स्तर से भी सोशल मीडिया को मॉनीटर किया जा रहा है। छोटी-छोटी घटनाओं को बेहद गंभीरता से लेने और हर सूचना पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। अयोध्या के डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि बुधवार को जिले में किसी भी तरह के जुलूस आदि पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत सोशल डिस्टेंसिंग का भी सख्ती से पालन कराया जाएगा। जिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
बाबरी कांड को लेकर लखीमपुर में हाईअलर्ट
बाबरी ध्वंस प्रकरण में कोर्ट का फैसला बुधवार को आना है। इसको लेकर जिले में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। पूरा दिन पुलिस चौकन्नी रहेगी। धार्मिक स्थलों पर विशेष नजर रखी जाएगी। इसके अलावा भारत-नेपाल सीमा पर खास निगरानी के आदेश हैं। एसएसबी और पुलिस संयुक्त रणनीति बनाकर चेकिंग करेगी। एसपी विजय ढुल ने सोशल मीडिया पर भी खास नजर रखने का निर्देश दिया है।
पीलीभीत में सुरक्षा की दृष्टि से धार्मिक स्थलों के पास रहेगा फोर्स
बाबरी ध्वंस प्रकरण में कोर्ट के आने वाले बहुप्रतीक्षित निर्णय के मददेनजर पुलिस प्रशासन ने यहां एहतियातन सुरक्षा बंदोबस्त और एहतियाती प्रबंधों की समीक्षा कर ली है। सुरक्षा और निगरानी के तौर पर जिले को तीन जोन और 41 सेक्टर में बांटा गया है। इसके अंतर्गत निर्णय पुलिस की डयूटी लगाई गई है। जिले में सदर समेत पांच तहसीलों में एसडीएम अपने अपने स्तर से लगातार मॉनीटरिंग करेंगे। यही नहीं पुलिस प्रशासन ने भी चौराहों और धर्मस्थलों के पास भी पुलिस कमांड डयूटी तय की है।
शाहजहांपुर में कड़ी सुरक्षा के बीच दो जोन और 12 सेक्टर में बंटा जिला
अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के अपराधिक मामले में सीबीआई की विशेष अदालत का फैसला 30 सितंबर को सुनाया जाएगा। एसपी डा. एस आनंद ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिले को जोन व सेक्टरों में बांट दिया है। बुधवार को जिले की पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी। संदिग्धों की निगरानी करेगी। मंगलवार की शाम पुलिस ने गली-कूंचों में गश्त की। शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।