Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़59 days of sawan devotees will be able to fast on eight mondays rare coincidence on 21 and 28 august

इस बार 59 दिन का सावन, आठ सोमवार भक्‍त रख सकेंगे व्रत, 21 और 28 को बना ये दुर्लभ संयोग

भगवान शिव का पावन महीना सावन इस बार 59 दिन का होगा। यानी शिव भक्तों को एक साथ 59 दिन जलाभिषेक कर भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। सावन महीने में आठ सोमवार होंगे और चार प्रदोष।

Ajay Singh हिन्‍दुस्‍तान , प्रयागराजTue, 20 June 2023 05:40 AM
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Sawan 2023: भगवान शिव का पावन महीना सावन इस बार 59 दिन का होगा। यानी शिव भक्तों को एक साथ 59 दिन जलाभिषेक कर भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। सावन महीने में आठ सोमवार होंगे और चार प्रदोष। महत्वपूर्ण बात यह है कि 21 अगस्त को नागपंचमी और सोमवार एक साथ है तो 28 अगस्त को प्रदोष और सावन के सोमवार का विशेष संयोग प्राप्त हो रहा है। 

सावन महीना इस बार 59 दिन का होगा। तीन जुलाई को आषाढ़ महीने की पूर्णिमा है जबकि चार जुलाई मंगलवार से सावन मास शुरू हो रहा है। इस बार पुरुषोत्तम मास भी सावन के साथ ही होगा। ऐसे में चार जुलाई से शुरू होकर सावन की पूर्णिमा 31 अगस्त को होगी। दो महीने के सावन को लेकर शिवालयों में विशेष तैयारी है। मनकामेश्वर मंदिर के प्रमुख आचार्य स्वामी श्रीधरानंद ब्रह्मचारी का कहना है कि सावन महीना तो भगवान शिव को समर्पित है ही। इसके साथ ही पुरुषोत्तम महीना जुड़ने से इसका महत्व और बढ़ जाता है। 

इस महीने में भगवान शिव को जल अर्पित करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस बार सावन चार जुलाई से शुरू होगा। जबकि  10, 17, 24 और 31 जुलाई, सात, 14, 21 व 28 अगस्त को सोमवार है। इस बार 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिक मास यानी पुरुषोत्तम मास होगा। मंदिर में प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव का विशेष शृंगार होगा। भोग व प्रसाद लगाया जाएगा। 

सावन में यह भी खास

17 जुलाई को सोमवती अमावस्या है। 31 अगस्त को नागपंचमी और सोमवार और 28 अगस्त को प्रदोष और सोमवार का अद्भुत संजोग मिल रहा है। इन खास दिनों में पूजन, अर्चन और भगवान शिव की आराधना करने से घर के सभी क्लेश मिटते हैं और सुख 

इन तारीखों को होगा प्रदोष

15 शनिवार, 30 जुलाई रविवार, 13 अगस्त रविवार और 28 अगस्त सोमवार को प्रदोष होगा। ज्योतिषाचार्य अमिताभ गौर का कहना है कि यह विशेष संयोग है। लगभग 19 साल बाद सावन में पुरुषोत्तम मास भी है। इस महीने में परिवार के साथ पूजन और दान पुण्य का विशेष लाभ मिलेगा।

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