यूपी में आधार सत्यापन न होने से 35 हजार की पेंशन रोकी, सबसे ज्यादा इस योजना के लाभार्थी
लखनऊ के 35 हजार लाभार्थियों की पेंशन ब्लाक कर दी गई है। यह ऐसे लाभार्थी हैं जो करीब 10 माह बाद भी आधार प्रमाणीकरण के लिए सामने नहीं आए हैं। इसके अलावा कई लाभार्थियों की पेंशन स्थाई रूप से भी रोकी।
लखनऊ के 35 हजार लाभार्थियों की पेंशन ब्लाक कर दी गई है। यह ऐसे लाभार्थी हैं जो करीब 10 माह बाद भी आधार प्रमाणीकरण के लिए सामने नहीं आए हैं। इसके अलावा करीब साढ़े नौ हजार लाभार्थियों की पेंशन स्थाई रूप से भी रोक दी गई है। अब इन सभी लाभार्थियों को दिसम्बर में पेंशन की तीसरी तिमाही किश्त नहीं जा पाएगी। खास बात यह है कि प्रमाणीकरण न कराने वालों में सबसे अधिक लाभार्थी शहरी क्षेत्र के वृद्धावस्था पेंशन के हैं।
आधार के जरिए पेंशन भुगतान की व्यवस्था के लिए वृद्धावस्था, निराश्रित महिला, दिव्यांग पेंशन के सभी लाभार्थियों (1.79 लाख) आधार प्रमाणीकरण होना है। करीब एक वर्ष पहले प्रमाणीकरण का काम शुरू हुआ। प्रशासन ने इसके लिए गांव से लेकर वार्डों तक कई बार कैम्प लगाए। इसके बावजूद करीब 35 हजार लाभार्थी सामने नहीं आए। इसे देखते हुए अब इनको अस्थाई रूप से ब्लाक कर दिया गया है।
25 हजार वृद्धजनों की रुकी पेंशन
राजधानी में वृद्धावस्था पेंशन के 93632 लाभार्थी हैं। इसमें से 62 हजार से अधिक आधार प्रमाणीकरण कराया। सत्यापन के बाद 25702 लाभार्थी की पेंशन ब्लाक कर दी गई है। इसी तरह से निराश्रित महिला (विधवा) पेंशन में करीब आठ हजार व दिव्यांगजन पेंशन के 1832 लाभार्थियों की पेंशन भी ब्लाक की गई है।
सत्यापन में 9.5 हजार लाभार्थी नदारद मिले
प्रमाणीकरण के साथ चले सत्यापन में साढ़े नौ हजार लाभार्थी नहीं मिले। अधिकारी बताते हैं कि इनमें से अधिकतर लाभार्थियों की मौत हो चुकी है। तमाम अपने पते पर नहीं मिले। इनमें वृद्धावस्था पेंशन के 5413, निराश्रित महिला पेंशनर्स तीन हजार से अधिक व दिव्यांग पेंशन के 851 लाभार्थी शामिल हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह ने बताया आधार प्रमाणीकरण न करने वाले लाभार्थियों की पेंशन अस्थाई रूप से ब्लाक की गई है। जैसे-जैसे लाभार्थी प्रमाणीकरण कराएंगे उन्हें अगली बार पेंशन जारी की जाएगी। पेंशनर्स अपना आधार, मोबाइल नंबर, बैंक पास बुक ले जाकर सीएससी से भी आधार प्रमाणीकरण करा सकते हैं।