देवरिया जिला जेल में वापस नहीं लौटे 16 कैदी, कोरोना की दूसरी लहर में पैरोल पर निकले थे बाहर
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देवरिया जिला जेल से पैरोल पर बाहर निकले 16 कैदी वापस नहीं लौटे। पैरोल अवधि खत्म होने के बाद भी समर्पण नहीं करने वालों के खिलाफ जेल प्रशासन कार्रवाई की तैयारी में है।
देवरिया जिला कारागार में बंद 17 कैदियों को न्यायालय ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए मई 2021 में पैरोल दिया था। पैरोल अवधि पूरा होने के बाद भी इसमें से 16 कैदी जेल में वापस नहीं पहुंचे हैं। अब जेल के अधिकारियों ने इस संबंध में अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दिया है। समर्पण नहीं करने वालों के विरुद्ध जेल प्रशासन कार्रवाई करने की तैयारी में हैं।
जिला कारागार में देवरिया और कुशीनगर समेत अन्य जिलों के लगभग 1900 बंदी और कैदी जेल में बंद है। जिसमें कुछ वृद्ध और कैंसर पीड़ित कैदी है। मई 2021 में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेज हुई तो न्यायालय ने सजायाफ्ता 17 वृद्ध कैदियों को दो और तीन माह का पैरोल दिया था। जिसमें से एक कैदी की सजा पूरी हो गई। शेष बचे 16 कैदियों की पैरोल बीच में बढ़ गई। फरवरी माह में सभी 16 बैदियों की पेरोल की समय अवधि समाप्त हो गई है।
कैदियों को न्यायालय में आत्मसमर्पण नहीं किया है। जेल के अधिकारियों ने कैदियों से सम्पर्क करने की कोशिश किया, लेकिन उपका कोई पता नहीं चल सका है। जेल के अधिकारियों ने इसकी जानकारी आलाधिकारियों को दी है। जेल के अधिकारियों ने कैदियों से जल्द से जल्द न्यायालय में आत्मसमर्पण करने की बात कहीं है।
इन वृद्ध कैदियों को मिली थी मई 2021 में पैरोल
जिला कारागार में बंद वृद्ध कैदियों फूलपती देवी पत्नी फौजदार निवासी बभनी पाण्डेय थाना खुखुन्दू की उम्र 77 वर्ष है। सलेमपुर कोतवाली क्षेत्र के रामपुर बुजुर्ग गांव के रहने वाले श्रृंगार सिंह की उम्र 72 वर्ष की है।
देवरिया के इन कैदियों को मिली थी पैरोल
जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के बंगहा बरियारपुर के नवमी, जगदीश पुत्र दूधनाथ, गौरीबाजार के पथरहट गांव के तुफानी पुत्र सहदेव, खामपार थाना क्षेत्र के खामपार गांव के रहने वाले आशानन्द पुत्र चन्द्रदीप व गोरखपुर जिले के गगहा थाना के बनियापार गांव के दीपक कुमार वर्मा पुत्र मनमोहन वर्मा को रामपुर कारखाना पुलिस ने जेल भेजा था।
कुशीनगर के इन कैदियों को मिली थी पैरोल
रामकोला थाना क्षेत्र के बलुआ गांव के मोहन कुशवाहा पुत्र गुजेसर, कोतवाली पड़रौना के कठकुईयां के मठिया खास टोले के मोतीलाल पुत्र हंसराज, तरयासुजान के गड़हिया चिन्तामन के खेन्हर पुत्र जगदीश व पानमती पत्नी खेन्हर व जमालु पुत्र फत्तेहुसैन अंसारी निवासी सिसवां अब्बल थाना तरया सुजान को पेरोल पर रिहा किया गया था।
पैरोल पर रिहा एक बंदी की रिहाई का आदेश
जिला कारागार में कुशीनगर जिले के जटहां बाजार थाना क्षेत्र के कोठिलवा टोला मुरगहा गांव के रहने वाले फुन्नी चौहान पुत्र स्व.विशम्भर चौहान 2002 में हुए मारपीट के मामले में आरोपी थे। वह जिला कारागार में सजा काट रहे थे। 21 मई 2021 को 58 वर्ष की आयु को देख कर पैरोल दिया गया था। पैरोल पर जाने के कुछ दिनों बाद ही उनकी सजा समाप्त हो गई।
रोगों से पीड़ित कैदियों को मिली थी पैरोल
गौरीबाजार थाना के परसिया गांव के अनिरुद्ध वर्मा पुत्र पारस दहेज हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। वह किडनी रोग, सुगर, यूरोपैथी से पीड़ित है। कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया के चखनी भोजछपरा के विभूति छपरा गांव के हरेन्द्र कुशवाहा दहेज हत्या में आजीवन कारावास की सजा हुई है।
जेल में बंद 17 लोगों को मई 2021 में न्यायालय से पैरोल मिला था। जिसमें वृद्ध, बीमार और अन्य कैदी थी। जिसमें से एक कैदी की रिहाई हो गई है। शेष 16 कैदियों का पैरोल की समय अवधि समाप्त हो गई है। इसके बाद भी वह लोग वापस नहीं आए है।
राजकुमार वर्मा, प्रभारी जेल अधीक्षक, देवरिया, जिला कारागार