लखनऊ के केजीएमयू में अवैध मजार हटाने की कोशिश पर पथराव, मुस्लिम पक्ष और पुलिस में झड़प
राजधानी लखनऊ में अवैध मजार हटाने की कोशिश पर पथराव हो गया। मुस्लिम पक्ष और पुलिस में झड़प हो गई। दोनों आमने -सामने आ गए। सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम पक्ष के लोग जुट गए। इसके बाद में केजीएमयू प्रशासन ने अपनी बात रखी।

राजधानी लखनऊ में लखनऊ के केजीएमयू में अवैध मजार हटाने की कोशिश पर पथराव कर दिया गया। चीफ प्राक्टर डॉ. क्षितिज और सर्जरी विभाग के डॉ. एके सिंह और कर्मचारी को चोटें आईं हैं। सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम पक्ष और कई थानों की फोर्स आमने सामने है। झड़प हो गई। अतिक्रमण हटाने के दौरान केजीएमयू प्रशासन ने मजार हटाने की कोशिश की। मजार हटाने की सूचना मिलते ही पुराने शहर से सैकड़ों लोग केजीएमयू पहुंच गए। नेत्र रोग विभाग के पीछे पुरानी मजार पर बारावफात के दिन मुस्लिम दीपक जलाते हैं। बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराने में जुटी है।
कुछ देर बाद ही लखनऊ केजीएमयू प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि नेत्र विभाग के पीछे स्थित मजार पूर्व की भांति ही बनेी रहेगी। उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी लेकिन मजार के अलावा जितना भी अतिक्रमण है उसे तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाएगा।
केजीएमयू में नेत्र रोग विभाग के पीछे काफी संख्या में अवैध दुकानें और मजार हैं। केजीएमयू ने अवैध कब्जा हटाने की दिशा में शनिवार को मजार हटाने की कोशिश शुरू कराई। इसके विरोध में सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम पक्ष के लोग वहां जुट गए। केजीएमयू प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू की। केजीएमयू प्रशासन व पुलिस बल ने अतिक्रमण कारियों को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान अवैध कब्जेदारों का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने हंगामा व विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। अज्ञात व असामाजिक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया। इसमें डॉक्टर व कर्मचारी घायल हो गए। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया।
प्रवक्ता डॉ. केके सिंह का कहना है कि कई बार अवैध कब्जेदारों को नोटिस देकर केजीएमयू में भूमि खाली करने की नोटिस दी जा चुकी है। इसके बाजवूद अतिक्रमणकारी जगह खाली करने को राजी नहीं है। अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत कुछ लोगों ने पथराव किया है।