शक्तिवर्धक के नाम पर स्टेरॉयड, लखनऊ में 5 सेक्सोलॉजिस्ट क्लीनिक की दवाओं में मिलावट की पुष्टि
यूपी की राजधानी लखनऊ में 5 सेक्सोलॉजिस्ट क्लीनिक की दवाओं में मिलावट की पुष्टि हुई। शक्तिवर्धक के नाम पर स्टेरॉयड दिया जा रहा है। नमूने में स्टेरॉयड की हुई है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) विभाग ने क्लीनिक संचालकों को नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया है।

राजधानी लखनऊ के पांच सेक्सोलॉजिस्ट क्लीनिक से लिए गए आयुर्वेदिक दवाओं की जांच रिपोर्ट आ गई। शक्तिवर्धक के नाम पर स्टेरॉयड दिया जा रहा है। आयुर्वेदिक दवाओं के नमूनों में स्टेरॉयड की पुष्टि हुई है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) विभाग ने क्लीनिक संचालकों को नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया है।
मुख्यमंत्री के आईजीआरएस पोर्टल पर 18 फरवरी को शिकायतें मिली थी। जिसमें शहर के पांच सेक्सोलॉजिस्ट क्लीनिकों की शिकायत थी। इन क्लीनिकों में आयुर्वेद के नाम पर स्टेरॉयड व दूसरे एलोपैथिक रसायन के मिलावट के आरोप लगाए गए थे। लोगों की सेहत से खिलवाड़ की शिकायत पर जिला प्रशासन के निर्देश पर एफएसडीए व जिला आयुर्वेद कार्यालय की टीम ने पांचों सेक्सोलॉजिस्ट क्लीनिक में 20 फरवरी 2025 को छापेमारी की थी।
इन क्लीनिकों से लिए गए थे नमूने
हजरतगंज स्थित एसके जैन, एपी सेन रोड स्थित डॉ. एके जैन, हुसैनगंज चौराहा बासमंडी स्थित डॉ. पीके जैन, लालकुंआ हुसैनगंज स्थित राणा डिस्पेंसी और चारबाग पानदरीबा स्थित डॉ. ताज क्लीनिक में छापेमारी की थी। यहां से 10 आयुर्वेदिक दवाओं का नमूना लेकर जांच के लिए मेरठ लैब में भेजा गया था। दो माह बाद दवाओं की जांच रिपोर्ट आई है
कठोर कार्रवाई होगी
एफएसडीए में ड्रग इंस्पेक्टर संदेश मौर्य का कहना है कि शर्तियां इलाज का दावा करने वाली क्लीनिकों से जो आयुर्वेदिक दवा के नमूने एकत्र किए गए हैं। उनमें स्टेरॉयड की पुष्टि हुई है। यह स्टेरॉयड प्राकृतिक है या फिर शर्तियां इलाज के लिए मिलाया गया है। इसके लिए क्लीनिक संचालकों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। ताकि सही स्टेरॉयड का पता लगाया जा सके। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि दवा में सिट्रिक और टेडनाफिल नेगेटिव आया है।