राख परिवहन के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन
Sonbhadra News - एनटीपीसी विंध्याचल ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए सूखी राख प्रबंधन प्रणाली और प्रभावी राख डाइक प्रबंधन अपनाया है। प्रवक्ता शंकर सुब्रमणियम ने कहा कि राख का परिवहन हमेशा वजन करने के बाद किया जाता है, और...
अनपरा,संवाददाता। एनटीपीसी विंध्याचल ने उत्सर्जित राख से हो रहे प्रदूषण के नियन्त्रण को लेकर अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। प्रबन्धन का कहना है कि संयंत्र ने सूखी राख प्रबंधन प्रणाली अपनाकर, फ्लाई ऐश उपयोग को अधिकतम करके और प्रभावी राख डाइक प्रबंधन लागू कर राख के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। एनटीपीसी विंध्याचल के प्रवक्ता शंकर सुब्रमणियम ने बताया कि राख की ओवर लोडिंग सम्भव नही है। इलेक्ट्रानिक वे ब्रिज पर वजन करने के बाद ही राख का परिवहन होता है। संयंत्र स्थल के अंदर से परिवहन करते समय तक धूल उत्सर्जन को कम करने के लिए, राख को बंद वाहनों या सील और तिरपाल से ढके वाहनों में परिवहन होता है। राख परिवहन करने वाले वाहनों की सतत चौबीसों घंटे सीसी टीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जाती है । सुनिश्चित किया जाता है कि वाहन अच्छी स्थिति में हैं, सीलिंग सही है, और तिरपाल से पूरी तरह कवर हो जिससे परिवहन के दौरान राख का रिसाव न हो। एनटीपीसी प्रबंधन यह सुनिश्चित करता है कि राख परिवहन में केवल अच्छे रख रखाव वाले वाहन ही लगाए जाएं, जो राख रिसाव और वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण दोनों को कम करने में योगदान दें।एनटीपीसी विंध्याचल व्यापक धूल नियंत्रण उपाय अपनाता है, जिसमें संयंत्र की सड़कों और राख परिवहन मार्गों पर नियमित पानी का छिड़काव शामिल है। धूल के कणों को आर्द्र बनाने के लिए फागिंग मशीनों का उपयोग किया जाता है, जबकि सफाई मशीनें संचालन क्षेत्रों की स्वच्छता बनाए रखने में मदद करती हैं। साइलो स्थलों पर ट्रकों के लिए सेंसर आधारित पहिया धुलाई प्रणाली भी स्थापित की जा रही है।
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