मण्डी टैक्स समाप्त करने को मिलरों ने सौंपा ज्ञापन
द यूपी राइस मिलर एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने सोमवार को जिलाधिकारी के माध्यम से चार सूत्री ज्ञापन मुख्यमंत्री को प्रेषित किया। मिलरों ने मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से एक देश एक...
द यूपी राइस मिलर एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने सोमवार को जिलाधिकारी के माध्यम से चार सूत्री ज्ञापन मुख्यमंत्री को प्रेषित किया। मिलरों ने मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से एक देश एक टैक्स की तर्ज पर जीएसटी लागू करने तथा यूपी से मण्डी टैक्स समाप्त किए जाने की वकालत की।
संगठन के जिलाध्यक्ष बलवन्त सिंह ने कहा कि धान की कुटाई कई वर्षों से दस रुपये प्रति कुन्तल सरकार मिलरों को दे रही है। जबकि, इस अन्तराल में डीजल या बिजली का बिल, राइस मिल के पार्ट्स, लेबर चार्ज सब कई गुना बढ़ गया। लेकिन, कुटाई का रेट जस के तस है। इस पर सरकार को अविलम्ब विचार करके 140 रुपये प्रति कुन्तल किया जाय। चावल ढुलाई मात्र 40 किमी तक ही दिया जाता है। जबकि, इसे पहुंचाई गयी दूरी के हिसाब से मिलना चाहिए। उन्होंने प्रदेश अभी भी लिए जा रहे 2.5प्रतिशत मण्डी टैक्स को समाप्त किए जाने की मांग की। बताया कि पहले प्रदेश के मिलरों से 62 प्रतिशत की रिकवरी ली जाती थी, अब 67 प्रतिशत ली जा रही है। जबकि, कम बारिश और लेट बारिश की वजह से धान की फसल एक महीने लेट हो रही है और चावल की रिकवरी कम हो रही है। इसलिए चावल रिकवरी 62 प्रतिशत की जाय। ज्ञापन देने वालों में प्रदेश अध्यक्ष यूसी मिश्रा, महामंत्री विनय शुक्ला, तेजबली सिंह पटेल, सचिव ओमप्रकाश पांडेय, कोषाध्यक्ष अश्वनी सेठ, अमित सिंह आदि शामिल रहे।
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