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तेज बारिश से बिजली गुल, सड़कें जलमग्न

Sonbhadra News - सोनभद्र। प्रमुख संवाददाता अरब सागर से उठे चक्रवात तौकते का असर जिले में गुरुवार...

Newswrap हिन्दुस्तान, सोनभद्रThu, 20 May 2021 07:50 PM
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सोनभद्र। प्रमुख संवाददाता

अरब सागर से उठे चक्रवात तौकते का असर जिले में गुरुवार को भी देखा गया। बारिश के कारण जहां नगरी इलाके जलमग्न हो गए। आंधी के कारण कई स्थानों पर बिजली के तार और खंभे टूट कर गिर गए, जिसके कारण बिजली आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो गई। बीजपुर थाना क्षेत्र के लीलाडेवा में बारिश से एक मकान की दीवार गिर गई, जिससे एक बच्चा घायल हो गया।

जिले में मंगलवार और बुधवार को तो तौकते ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा ही दी थी। बुधवार की रात से जो बारिश का सिलसिला शुरू हुआ वह गुरुवार की सुबह तक जारी रहा। हालांकि दिन में कुछ घण्टों के लिए बारिश रुकी और धूप निकली। लेकिन, दोपहर बाद एक बार फिर तेज हवाओं के साथ घण्टों बारिश हुई। बारिश के कारण राबर्ट्सगंज की मुख्य सड़कों और मोहल्लों की गलियों में पानी भर गया। गोशाला में में भी जलभराव हो गया। शहर के मेन बाजार रोड, खलियारी मार्ग, धर्मशाला चौक के पास, फ्लाईओवर के नीचे काफी जलभराव होने से लोगों को आने-जाने में परेशानी उठानी पड़ी। बिजली व्यवस्था ध्वस्त होने से राबर्ट्सगंज नगर में सुबह तीन घण्टे उसके बाद दोपहर तीन बजे से सात बजे तक बिजली गुल रही। उधर, ग्रामीण क्षेत्रों में भी आंधी और पानी के कारण ग्रामीणों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। कच्चे घरों में रहने वाले पिछले तीन दिन से बारिश और आंधी के कारण परेशान हैं। बीजपुर थाना क्षेत्र के लीलाडेवा में एक कच्चे घर की दीवार गिरने से एक बच्चा घायल हो गया। दुद्धी, बभनी, म्योरपुर, डाला, चोपन, केकराही, करमा, घोरावल आदि क्षेत्रों में बारिश के कारण बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई। शाम छह बजे खबर लिखे जाने तक जिले में अधिकतर इलाकों में बिजली व्यवस्था ध्वस्त ही रही।

म्योरपुर कस्बा में बुधवार की रात लगभग दस बजे आकाशीय बिजली से कई घरो में करेंट दौड़ गया, जिससे इंवर्टर सहित बिजली के उपकरण जल गए। क्षेत्रीय निवासी पंकज ,इरफान, दीपक सहित ग्रामीण अंचलों में लीलासी फरीपान में कई घरों के इंवर्टर और बिजली के उपकरण जल गए। बताया जा रहा है कि बारिश के दौरान लगभग 45 मिनट तक रुक-रुक कर बिजली कड़की, जिसके कारण ही घरों में इंवर्टर, पंखा, स्विच और बिजली के तार जल गए, जिसके कारण लोगों को काफी नुकसान हुआ। डाला प्रतिनिधि के अनुसार यहां भी कई घरों में बिजली के उपकरण जल गए। इलेक्ट्रिक दुकानदार अभिषेक विश्वकर्मा ने बताया कि आकाशीय से घर मे कई विद्युत उपकरण जल गए। हजारों रुपये की क्षति हुई है।

दक्षिणांचल के ग्रामीणों अंचलों में मई महीने में ही झमाझम बारिश होने से किसानों ने चिंता व्यक्त करते हुए आषाढ़ सावन में सूखा पड़ने की आशंका जतायी है । किसान इस बेमौसम बरसात से चिंतित भी दिखने लगे हैं। किसान उमा शंकर सिंह,गौरी शंकर सिंह और हरि सिंह का कहना है कि कि समय से पहले बारिश हो रही है। अगर ऐसे ही बारिश होती रही तो अकाल से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि 15 जून के बाद से इन क्षेत्र में जोताई और बुआई का कार्य शुरू होता है। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा धान की खेती होती है। इस दक्षिणांचल में खेती वर्षा आधारित या यूं कह लें तो भगवान भरोसे होती है। अगर जून माह में बारिश साथ छोड़ देगी तो धान मक्का ,अरहर तील , सवा की बुलवाई प्रभावित होगी और किसान भुखमरी के कगार पर आ जाएंगे। 84 वर्षीय किसान और पूर्व सरपंच गौरी शंकर का कहना है कि इस क्षेत्र में मई में वर्षा पहले भी हुई है, लेकिन वह हल्की फुल्की होती थी। अभी जिस ढंग से मौसम में बदलाव के साथ पानी बरस रहा है और बिजली चमक रही है।इससे स्वास्थ्य और कृषि को ज्यादा नुकसान होगा। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य अशोक ,जमुना, का कहना है कि यह सब प्रकृति के साथ की जा रही दोहन के कारण हो रहा है। नदी जल जंगल सब का बेतहासा दोहन मौषम परिवर्तन का कारण बन रहे हैं।

लीलाडेंवा में गुरुवार की दोपहर लगातार हो रही बारिश से भोले के मकान की दीवार धराशाही हो गई। उस दौरान घर में सो रहा 07 साल का बच्चा राजकुमार दीवार गिरने से घायल हो गया। परिजन आनन फानन में दवा उपचार के लिए लेकर भागे । बताया जाता है कि बरसात के कारण मकान गिरने से गरीब परिवार बेघर हो गया है।

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