पराली ना जलाने को लेकर किसानों को किया जागरूक

स्थानीय तहसील मुख्यालय से उपजिलाधिकारी रमेश कुमार ने शुक्रवार को कृषि विभाग से किसानों को पराली ना जलाने को लेकर चलाये जा रहे जागरूकता अभियान के तहत वाहन रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तहसील...

Newswrap हिन्दुस्तान, सोनभद्रFri, 30 Oct 2020 11:41 PM
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स्थानीय तहसील मुख्यालय से उपजिलाधिकारी रमेश कुमार ने शुक्रवार को कृषि विभाग से किसानों को पराली ना जलाने को लेकर चलाये जा रहे जागरूकता अभियान के तहत वाहन रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तहसील मुख्यालय से रवाना की गई तीन वाहन दुद्धी, बभनी, म्योरपुर तीनों ब्लॉक में प्रत्येक गांव घूम घूम कर खेतों में फसलों की पराली को ना जलाने को लेकर जागरूकता फैलाएंगी।इस दौरान उपजिलाधिकारी ने कहा कि किसान बंधु अपने खेतों में पराली ना जलाए बल्कि इनसे जैविक खाद बनाएं। अगर कोई भी किसान अपने खेतों में पराली जलाते हुए पकड़ा गया तो उनसे जुर्माना की राशि अदा करायी जाएगी, साथ ही छह माह का कारावास का भी प्राविधान है। प्रभारी एडीओ कृषि सर्वेश सैनी ने बताया कि पराली जलाने पर एक एकड़ पर ढ़ाई हजार, दो एकड़ तक 5 हजार, 5 एकड़ तक 5 हजार रुपये जुर्माना का प्राविधान है। साथ ही उन कृषकों को कृषि विभाग के सभी योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा। उन्होंने सभी किसान बंधुओ से अपील किया कि खेतों में फसल अवशेष को जुताई करके इन सीटू प्रबंधन के यंत्रों से छोटे छोटे टुकड़ों में काटकर जुताई करके मिट्टी में मिलाएं एवं यूरिया डालकर सिंचाई करें, जिससे जल धारण क्षमता बढ़ेगी, खेत में जीवांश की मात्रा बढ़ने से लाभदायक जीव केचुआ आदि पनपते हैं। खेत उपजाऊ बनता है, फसलों की उपज बढ़ती है। अगर पराली ज्यादा हो तो नजदीक के गौशाला में दान करें।

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