कोयला किल्लत से नही होंगे बंद ऊर्जांचल के बिजलीघर
Sonbhadra News - इस गर्मी में अनपरा सहित सभी बिजलीघरों में कोयले का सरप्लस स्टाक है, जिससे बिजली उत्पादन में कोई रुकावट नहीं होगी। अनपरा बिजलीघर में 8.77 लाख टन कोयला है, जो मानक से 138% अधिक है। अन्य बिजलीघरों में भी...

अनपरा,संवाददाता। चालू गर्मियों में ऊर्जांचल के अनपरा-अनपरा सी समेत पांचों बिजलीघरों को कोयला किल्लत से नही जूझना होगा। इन सभी बिजलीघरों में इस साल कोयले का सरप्लस स्टाक बना हुआ है। गुरुवार तक उत्पादन निगम के अनपरा,एमईआईएल के लैंको अनपरा सी,एनटीपीसी के सिंगरौली,रिहन्द और विंध्याचल बिजली घरों में निर्धारित नारमेटिव कोयला स्टाक से अधिक कोयले का स्टाक मौजूद बताया गया है जो कम से कम 17 दिन की जरूरतों से अधिक है।
2630 मेगावाट के अनपरा बिजलीघर में 8.77 लाख टन कोयला स्टाक है जो नारमेटिव कोयला स्टाक6.36 लाख टन का लगभग 138 प्रतिशत है। बीते साल इस दिन बिजलीघर में 5.35 लाख टन ही कोयला था जो नारमेटिव स्टाक का 85 प्रतिशत था। एमईआईएल लैंको अनपरा सी में हालात काफी सुधरें है। इस बिजलीघर में 2.73 लाख टन कोयला स्टाक मौजूद बताया गया है जो निधारित मानक का 101 प्रतिशत है। बीते साल इस बिजलीघर में महज 16.6 टन कोयला था जो जरूरत का महज 6 प्रतिशत था और मशीनों को कम लोड पर चलाना पड़ रहा था। एनटीपीसी के सिंगरौली बिजलीघर में 6.12 लाख टन कोयला मानक का133 प्रतिशत है जबकि बीते साल महज 3.66 लाख टन कोयला मानक का 84 प्रतिशत ही था। रिहन्द बिजलीघर में हालात जस के तस है। बिजलीघर में 9.24 लाख टन कोयला है जो मानकका 144 प्रतिशत है। बीते साल भी इतना ही कोयला था।विंध्याचल बिजलीघर में भी हालात काफी बेहतर हुए है। इस साल11.85 लाख टन कोयला मानक का 114 प्रतिशत है जबकि बीते साल महज 7.65 लाख टन कोयला ही था।
660 मेगावाट की दो नई इकाइयां चालू होने के बाद भी ओबरा में कोयले के हालात खराब ही है। 1660 मेगावाट के बिजलीघर में महज 4.51 लाख टन कोयला है जो मानक का 67 प्रतिशत है। पिट हैड बिजलीघर न होने से इसको रोड ट्रांसपोर्ट भी मुश्किल है। रेलवे ने यदि पर्याप्त रैक नही दी तो बिजलीघर का उत्पादन प्रभावित होना तय है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।