गंगा और सरयू नदी में उफान, फर्रुखाबाद और पूर्वांचल में बाढ़ से हालात बिगड़े
- पूर्वांचल में सोमवार देर रात शुरू हुई बारिश से कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। हाईवे और संपर्क मार्गों पर जलजमाव से आवागमन पर असर पड़ा है। इस बीच बनारस, गाजीपुर, मिर्जापुर और भदोही में गंगा स्थिर हो गई हैं। बलिया में हालात बेकाबू है।
Flood in Eastern Uttar-Pradesh: गंगा-सरयू में उफान के बीच पूर्वांचल में सोमवार देर रात शुरू हुई बारिश से कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। हाईवे और संपर्क मार्गों पर जलजमाव से आवागमन पर असर पड़ा है। इस बीच बनारस, गाजीपुर, मिर्जापुर और भदोही में गंगा स्थिर हो गई हैं जबकि बलिया में हालात बेकाबू है। लोग सुरक्षित स्थानों की ओर रुख कर रहे हैं। सोनभद्र के ओबरा बांध में जलस्तर बढ़ने से पांच फाटक खोलने पड़े।
बनारस में मंगलवार को 65.2 एमएम बारिश हुई। यहां स्थिर होने से पहले गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से आधा मीटर नीचे था। अब तक 400 से ज्यादा परिवारों ने राहत शिविरों में शरण ले रखा है। शहर के दर्जनभर मोहल्ले और 20 गांवों के लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। सुबह एयरपोर्ट पर रनवे की दृश्यता कम होने से विमान संचालन पर भी असर पड़ा। बलिया में गंगा नदी खतरा बिंदु से 1.88 मीटर ऊपर बह रही हैं। नदी में बढ़ाव जारी है। हालांकि वेग सोमवार की अपेक्षा कम है। बाढ़ से करीब एक दर्जन गांवों की एक लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। गाजीपुर, भदोही, मिर्जापुर और चंदौली में गंगा का जलस्तर स्थिर है। इन चारों जिलों में भी दो 150 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं। पिछले 18 घंटे से लगातार बारिश से बिजली आपूर्ति के साथ कई स्थानों पर पेड़ और मकान भी गिर गए। वहीं, आजमगढ़, बलिया और मऊ में घाघरा नदी भी खतरे के निशान से उपर बह रही है। तीनों जिलों में बाढ़ से 40 गांव प्रभावित हैं। उधर, सोनभद्र के ओबरा बांध के पांच गेट को इस सीजन में दूसरी बार खोला गया है।
प्रयागराज:गंगा में फंसे मछुआरों को बचाया
प्रयागराज के थरवई के धरमपुर उर्फ घुरवा गांव के समीप मंगलवार सुबह एक दर्जन मछुआरे उफनाई गंगा की लहरों में फंस गए। जोरदार बारिश और तूफानी हवा के बीच गंगा के तेज बहाव में चार छोटी नावें बहती हुईं बबूल के पेड़ व पंपिंग सेट हाउस से टकरा गईं। लगभग छह घंटे तक मछुआरों की जान अटकी रही। सूचना पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें पहुंचीं। जवानों ने सभी मछुआरों को सुरक्षित बाहर निकाला।
फर्रुखाबाद के 65 गांव बाढ़ की चपेट में
बारिश और बांधों से छोड़े जा रहे पानी के चलते सेंट्रल यूपी के कुछ जिलों में आफत कम नहीं हो रही है। फर्रुखाबाद में 65 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। करीब 10 हजार लोग बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हें। कई रास्ते बंद हो गए, कई गांवों में लोग घरों में कैद हैं या पलायन कर चुके हैं। 50 से ज्यादा रास्ते डूब गए, हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई। हरदोई में गंगा और गर्रा नदी खतरे के निशान को पार कर गई हैं।
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