बाघ पिंजरे की पकड़ से दूर, ढोलईकला में मिले नए पगचिन्ह
Sitapur News - सुल्तानपुर के ढोलई कला गांव में पिछले दो दिनों से बाघ और उसके शावक के पगचिन्ह मिलने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया था, लेकिन बाघ पिंजरे से दूर है।...
ग्रामीण दहशत में, अंधेरा होते ही निकलने से डर रहे इमलिया सुल्तानपुर, संवाददाता। थाना क्षेत्र के ढोलईकला गांव में पिछले दो दिनों से लगातार पगचिन्ह मिलने से लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है। दो दिनों से पिंजरे से कुछ ही दूरी पर बाघ व उसके शावक के पगचिन्ह मिल रहे हैं। वहीं बुधवार को विशुनपुर गांव के बाहर भी पगचिन्ह देखे गए थे।
इमलिया सुल्तानपुर इलाके के ढोलई कला गांव में बीते दो जनवरी को बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग के द्वारा गांव के बाहर सरायन नदी के किनारे पिंजरा लगाया गया था। हालांकि अभी तक बाघ पिंजरे से दूर है। गुरुवार की सुबह गांव के पश्चिम पिंजरे से कुछ दूरी पर हिमांशु के खेत में बाघ के पगचिन्ह मिलने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त हैं। इसके अलावा बुधवार को भी पिंजरे से कुछ दूरी पर पगचिन्ह मिले थे। पिछले कई दिनों से पिंजरे के आस पास बाघ की चहलकदमी देखी जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार बाघ के साथ मे उसके शावक भी हैं, उसके भी पगचिन्ह मिले हैं। हालांकि कुछ दिन पूर्व वन विभाग के द्वारा भी बाघ के मादा होने की पुष्टि की गई थी। उधर दो दिन पूर्व विशुनपुर गांव के बाहर खेतों में पगचिन्ह मिलने से ग्रामीण भयभीत हैं। इलाके में दो महीने से अधिक समय हो गया है बाघ की दहशत लगातार बनी हुई है। वहीं अगर वन विभाग की बात करें तो वन विभाग बाघ को पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है। वन विभाग द्वारा सूचना मिलने पर गांव पहुंचकर लगातार काम्बिंग भी की जा रही है। इसी गांव में पूर्व में बाघ की गतिविधियों को कैद करने के लिए गांव के बाहर तालाब के निकट दो कैमरे लगाए गए थे। हालांकि इस दौरान बाघ कैमरे में कैद नहीं हो सका था। बीते दो महीनों से जंगली जानवर व बाघ की आमद को लेकर पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि सबसे ज्यादा दहशत का माहौल ढोलई कला व विशुनपुर गांव में देखने को मिल रहा है। हालांकि इस दौरान वन विभाग के द्वारा सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंचकर गांव वालों के साथ लगातार काम्बिंग की जा रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।