अब बाढ़ का काम दिखता है: महेन्द्र
सीतापुर। जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने पूर्व की सरकार पर तंज करते हुए
सीतापुर। जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने पूर्व की सरकार पर तंज करते हुए कहा कि प्रदेश के चालीस बाढ़ प्रभावित जिलों में होने वाला कार्य पहले ढूंढा जाता था। अब ये कार्य आमजन को दिख रहा है। बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में लगी टीम लगातार काम करते हुए मानसून से पहले ही चल रही परियोजनाओं को पूरा कर लेगी।
प्रदेश के जलशक्ति मंत्री रविवार को जिले में हो रहे बाढ़ कटान से जुड़े कार्यो को लेकर भ्रमण पर थे। उन्होंने लहरपुर और बिसवां तहसील क्षेत्र से जुड़े बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण किया। ग्राम कोल्हूपुरवा, लखनीपुर फत्तेपुरवा में बाढ़ से बचाव को लिए कराए जा रहे निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। बताया कि कोविड महामारी के बावजूद विभाग द्वारा की तैयारियों के समस्त कार्य समयानुसार कराए जा रहे हैं। वर्ष 2020-21 में सिचाई विभाग के अन्तर्गत 254 बाढ़ परियोजना संचालित थीं। इनमें से 83 परियोजना के कार्य बाढ़ काल 2020 के आरम्भ होने से पूर्व ही पूर्ण कर लिए गए। बताया कि वर्तमान सरकार में किया जा रहा कार्य सभी को दिख रहा है। पूर्व सरकार पर तंज करते हुए कहा कि पूर्व में बाढ़ का कार्य लोगों को ढूंढना पड़ता था।
बाढ़ का पैसे को लेकर बजट में प्रावधान
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि पहले बाढ़ का पैसा अप्रैल और मई महीने में मिलता था। पहली बार मुख्यमंत्री ने बजट के प्रावधानों में फेरबदल किया। अब जनवरी माह में ही शासन द्वारा बाढ़ कटान से जुड़ी परियोजनाओं के लिए बजट मिल गया। ये व्यवस्था इसलिए की गई ताकि मानसून से पूर्व ही बाढ़ कटान प्रभावित इलाकों में परियोजनाओं को पूरा किया जा सके। इस दौरान सिचाई विभाग के प्रमुख अभियंता अशोक कुमार सिंह, प्रोजेक्ट कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक नवीन कपूर, अधिशासी अभियंता विशाल पोरवाल, परियोजना प्रबंधक पंकज वर्मा सहित स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
ड्रेनों-नालों का सफाई अभियान आरम्भ
ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा के दौरान जलप्लावन की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से जिले के समस्त ड्रेनों और नालों की सफाई का अभियान आरम्भ हुआ।
अधिकारियों से हुए सवाल-जवाब
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से सवाल-जवाब हुए। पूछने पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि जिले में घाघरा नदी पर स्थित चहलारी-गनेशपुर तटबंध की बाढ़ से सुरक्षा के लिए ड्रेजिंग एवं चैनेलाइजेशन कार्य चल रहा था। वर्तमान में परियोजना का 79 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है।
सक्रिय हुई तहसील की टीम
बिसवां। तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाके का तहसीलदार बिसवां अविचल प्रताप सिंह ने दौरा किया। काशीपुर, मल्लापुर, खमरिया शेखूपुर, नयी बस्ती, बढ़इन कापुरवा, सालपुर, अज्जेपुर सहित आधा दर्जन ग्रामों में निगरानी समिति व संभ्रात लोगों के साथ बैठक करके कोविड सुरक्षा एवं टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया। नदी में जलस्तर के बढ़ने को लेकर दृष्टिगत बच्चों, नाविकों, पशुचारकों और मत्स्य आखेटकों को सतर्क किया गया है।
एसडीओ को दिए सख्त निर्देश
तम्बौर। मंत्री भ्रमण के दौरान विधायक सुनील वर्मा मौजूद रहे। सिचाई विभाग से स्वीकृत हुई 4 करोड़ 20 लाख रूपये की परियोजना के निर्माण कार्य की स्थिति का हाल जाना। मंत्री ने निर्देश दिए कि बाढ़ कटान से निपटने के लिए 15 जून से पहले कार्य हर हाल में हो जाना चाहिए। सिंचाई विभाग के एसडीओ अभिलाष सिंह से जानकारी को दिशा निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम लहरपुर पीएल मौर्य के अलावा पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष रामजीवन जयसवाल सिचाई विभाग के जेई भोला प्रसाद, सीओ बिसवां सुशील कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक तंबौर ओपी रॉय समेत अन्य मौजूर रहे।
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