सीतापुर में शराब तस्कर गैंग वाया कानपुर टू उज्जैन
जिले में आती रही है अल्कोहल की बड़ी खेप
जिले में आती रही है अल्कोहल की बड़ी खेप
शातिर कई बार राजस्व का भी कर चुके हैं नुकसान
सीतापुर। निज संवाददाता
शराब तस्करों का काकस खंगालने के लिए पुलिस जल्द ही कानपुर और मध्यप्रदेश जाएगी। हाल ही में ढाबे से मिले अल्कोहल और सिधौली में पकड़े गए पचास हजार के इनामी बदमाश से मिले इनपुट के बाद पुलिस अब एक बड़ काकस को तोड़ने की तैयारी में है। इसको लेकर जल्द ही पुलिस कानपुर और मध्य प्रदेश जाएगी।
बता दें कि जिले में काफी समय से अल्कोहल और ्प्रिरट लाकर डम्प की जाती रही है। इसके सहारे शराब तस्कर अवैध शराब बनाकर मोटा मुनाफा कमाते रहे हैं। कमलापुर इलाके के शुक्ला ढाबे से संचालित अवैध शराब की बरामदगी के बाद पुलिस ने नेटवर्क खंगाले तो मास्टरमाइण्ड गैर सूबे से जुड़ते हुए मिले। इसी के ठीक दो दिन बाद सिधौली क्षेत्र में पचास हजार का इनामी मध्य प्रदेश का मिथुन पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया। लुटेरे गैंग का एक और भी साजिद भी गिरफ्तार हुआ। इनसे हुई पूछताछ में पता चला कि उज्जैन का बड़ा नेटवर्क ट्रक और चोरी के माल को खरीदकर अल्कोहल की भी सप्लाई करता है। इसी सूचना के बाद पुलिस ने कानपुर और उज्जैन पुलिस से संपर्क साधा है। माना जा रहा है कि जिला पुलिस एक बड़े काकस को पकड़ने की तैयारी में है। एसपी आरपी सिंह का कहना है कि शराब तस्करों के विरुद्ध लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिले में अल्कोहल कहां से आ रही है। इसको लेकर हरियाणा, मध्य प्रदेश, कानपुर, उज्जैन पुलिस से संपर्क साधा गया है। पकड़े गए पचास हजार के इनामी बदमाश मिथुन के साथियों को पकड़ने के लिए पुलिस जल्द ही उज्जैन भेजी जाएगी।
इनसेट
एक ट्रक शराब के सौदागर पुलिस से दूर
बीते वर्ष नगर क्षेत्र स्थित हाइवे पर एक ट्रक शराब पकड़ी गई। सिटी सर्किल प्रभारी के साथ आबकारी टीम हमराह थी। 25 लाख से अधिक की हरियाणा से लाई जा रही शराब जिले में खपने के लिए आईथी। मुकदमा दर्ज हुआ, वादी सीओ सिटी बने। जांच अधिकारी बृजेश मिश्रा ने वादी के बयान दर्ज कर जांच शुरू की। ट्रक नंबरों की तलाश में आगरा, राजस्थान सहित अन्य स्थानों तक पुलिस पहुंची। इसके बाद भी ट्रक मालिक का पता नहीं चल सका। जिले में कौन सौदागार असली नकली को खेल रहा था। इसको लेकर भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
इनसेट
सात लोगों की जा चुकी है जान
सीतापुर वाया कानपुर टू उज्जैन का काकस सात लोगों की जान भी ले चुका है। छह फरवरी की सुबह बिसवां इलाके के जलालपुर गांव स्थित फैक्ट्री के निकले केमिकल के कारण सात लोगों के अलावा चार जानवरों ने दम तोड़ा। पुलिस जांच में सामने आया कि प्रदूषित केमिकल को कानपुर, हरदोई आदि स्थानों लाकर सुनसान इलाके में डाला गया। यह केमिकल पानी के संपर्क में आने के बाद और भी खतरनाक हो गया। चंदनपुर निवासी अनवर की तहरीर पर बिसवां के सुकेश गुप्ता, रामपुर कला के सिराजुद्दीन, खीरी के खगीवेल निवासी दीपक मिश्रा, लखनऊ के कृष्णानगर निवासी डॉ अजय भटनागर, लखनऊ के एलडीए कॉलोनी निवासी अशोक कुमार गुप्ता, लखनऊ के थाना गोमतीनगर के विवेक खण्ड निवासी वेदव्रत भटनागर, कानपुर के स्वरूप नगर निवासी मोहित गुप्ता, लखनऊ के बाजार खाला थाना क्षेत्र के अमरनाथ इंक्लेव शास्त्रीनगर निवासी आरवी मिश्रा के विरुद्ध धारा गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ। नामजद आरोपियों को जेल भी जाना पड़ा। कानपुर के महाकाल ट्रांसपोर्टर के टैंकरों की तलाश में पुलिस टीम उज्जैन भी जा चुकी है।
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