सिधौली में ओवरब्रिज निर्माण ने पकड़ी रफ्तार
सिधौली में ओवरब्रिज निर्माण ने गति पकड़ी, लेकिन छह महीने की देरी से। यातायात सुगम बनाने के लिए यह निर्माण महत्वपूर्ण है। बिसवां चौराहे पर ट्रैफिक कंट्रोल चुनौतीपूर्ण है। धार्मिक स्थलों और अवैध कब्जों...
सिधौली, संवाददाता। सीतापुर-लखनऊ हाईवे पर यातायात सुगम बनाने के लिए सिधौली कस्बे में प्रस्तावित ओवर ब्रिज निर्माण ने तेजी पकड़ ली है, हालांकि ओवरब्रिज निर्माण को पूरा करने में कार्यदायी संस्था मुकर्रर समय से छह महीने पिछड़ गई है, फिर भी कार्यदायी संस्था का एक वर्ष की समय सीमा में ओवरब्रिज बनकर तैयार करने का दावा है। ये ओवरब्रिज बनने से मुसाफिर नान स्टाप दिल्ली-टू-लखनऊ सफर कर सकेंगे। दरअसल, दिल्ली वाया सीतापुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग निकला है। इस हाईवे पर सीतापुर जनपद की नगर पंचायत सिधौली बसी है। जिस कारण कस्बे में हाईवे पर काफी अति व्यस्ततम रहता है। इसी हाईवे पर कस्बे में दो प्रमुख चौराहे भी पड़ते हैं। कस्बे में बिसवां चौराहे और महमूदाबाद चौराहा पर पूरे दिन जाम का झमेला रहता है। जिस कारण हाईवे पर फर्राटा भरने वाले वाहन भी इन चौराहों पर जाम में फंसकर हलकान नजर आते हैं। यही नहीं लगातार बढ़ते ट्रैफिक से ये चौराहे जानलेवा भी साबित हो रहे हैं। इसे देखते हुए एनएचआई ने सिधौली कस्बे में ओवरब्रिज निर्माण का प्रस्ताव बनाकर उसे मंजूरी के लिए शासन को भेजा था। जिस पर शासन स्तर से मुहर भी लग चुकी है। स्वीकृति मिलने के बाद सिधौली कस्बे में ओवरब्रिज निर्माण की जिम्मेदारी प्रीति बिल्डकान कंपनी को सौंपी गई है। ओवरब्रिज निर्माण को पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था को एक साल का मुकर्रर किया गया था। लेकिन इस ओवरब्रिज के निर्माण को शुरू कराने में ही करीब छह महीने गुजर गए। तब कहीं जाकर अब ओवरब्रिज निर्माण चालू हो पाया। ऐसे में अब बिसवां चौराहे से प्रस्तावित ओवरब्रिज की शुरुआत की गई है। इस कार्य को गति देने के लिए हाईवे पर रोड डायवर्ट भी किए गए हैं ताकि कार्य में कोई व्यवधान न आए। कार्यदायी संस्था प्रीति बिल्डकान कंपनी के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर कप्तान सिंह बताते हैं कि पहले दौर में बिसवां चौराहे पर बड़े- बड़े आठ पिलर तैयार किए जाएंगे। चौराहे पर काफी चौड़ाई में ओवरब्रिज तैयार होगा, क्योंकि यहां से मिश्रिख से बिसवां जाने के लिए सीधा तथा लखनऊ सीतापुर घूम के आने जाने के लिए यू टर्न देना पड़ेगा। पुल के निर्माण के लिए मात्र एक वर्ष का समय दिया गया था, लेकिन छह महीने तो चुनाव, त्यौहार व बारिश आदि में बीत गए। इससे कार्य अवरुद्ध रहा। अब निर्माण शुरू हो पाया है तो बचे समय में ओवरब्रिज निर्माण कार्य को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
ओवरब्रिज निर्माण में धर्मस्थल बाधक : सिधौली कस्बे में हाईवे पर ओवरब्रिज निर्माण के दायरे में धर्मस्थलों समेत अवैध कब्जे आ रहे हैं। कस्बे में बस स्टेशन के सामने व आगे कुछ दूरी पर दोनों समुदाय के धर्म स्थल हैं। पूर्ण रूप से आ रही है। इनके अलावा रेलवे कोच रेस्टोरेंट तथा रेलवे की दुकानें भी एनएचआई की जगह पर अवैध कब्जा कर बनी हैं। यह मसला एसडीएम के पास विचाराधीन है। इन पर भी उनके स्तर से फैसला लिया जाना है। इन सबका फैसला होने के बाद ही आगे का निर्माण कार्य कराया जाएगा।
बिसवां चौराहे पर ट्रैफिक संभालना चुनौती : बिसवां चौराहे पर ओवरब्रिज निर्माण शुरुआत होने के बाद यहां पर ट्रैफिक कंट्रोल कर पाना चुनौती बना है। निर्माण कार्य के चलते बिसवां चौराहे पर काफी अफरा तफरी का माहौल बना रहता है। दुकानदारों का कहना है कि ब्रिज बनने तक चौराहे पर ग्राहकों का आना जाना बहुत कम हो गया है, हालांकि सड़क को डायवर्ट किया गया है। जिस कारण सड़क की चौड़ाई कम हो गई है, उसी में सड़क पर ही डग्गामार वाहन भी खड़े रहते हैं। इनके अलावा रेहड़ी दुकानदार ठेला लगाए रहते हैं। जिस कारण दुकान तक कोई आ नहीं पाता है।
मैजिक व ई रिक्शा वालों को सड़क डायवर्ट से लगभग चालीस मीटर पर अपना बैरियर लगा दिया गया है। उन्हें डायवर्ट से दूरी पर खड़ा किया गया है और सीतापुर से बहराइच या उस तरफ जाने वाले भारी वाहनों को कमलापुर से मास्टरबाग से बिसवां होते हुए निकाला जा रहा है। साथ ही सिधौली से पहले सिंहपुर मोड़ पर दो जवान तथा एक एनएचआई के कर्मचारी तैनात किए गए हैं। - विनोद कुमार यादव, यातायात निरीक्षक।
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