भाभी अक्सर करती थी मजाक, कहती थी 'तुमसे शादी करूंगी', देवर ने पत्थर से कूचकर मार डाला
- सुनील ने बताया कि आशा उर्फ गुड़िया हमेशा मुझसे मजाक करती रहती थी। लोगों के बीच हंसी मजाक का पात्र बनाती थी। कई बार आशा ने घरवालों से मजाक में यह भी कह दिया कि उसका दो साल का बेटा उसी का (देवर का) है। देवर ने कहा कि उसकी ये बातें बहुत बुरी लगती थीं।
Dewar Killed Bhabhi: भाभी का देवर से मजाक करना इतना महंगा पड़ गया कि मानसिक रूप से परेशान देवर ने कमरे में सो रही भाभी को पहले डंडा से पीटा इसके बाद उसे घसीट कर बाहर ले गया। पत्थर से कूचकर हत्या कर मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से आला कत्ल डंडा और पत्थर बरामद कर लिया। पूछताछ में सिरफिरे देवर ने कहा कि भाभी का मजाक करना उसे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था। वह कहती थी, 'तुमसे शादी करूंगी।' दो साल के अपने बेटे को मेरा बताती थी। यह सब बहुत बुरा लगता था इसलिए उसे मार डाला।
पड़मई गांव निवासी 32 वर्षीय आशा पत्नी शारदा प्रसाद शनिवार की रात बच्चों के साथ सो रही थी। तभी घर में घुसे अज्ञात लोगो ने उसकी पत्थरों से कूंचकर हत्या कर दी थी। शव को घसीट कर मवेशी बाड़े में फेक दिया था। एएसपी शिवराज ने बताया कि घटना का खुलासा करने के लिए चार टीमें लगाई गई थीं। पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए आरोपी सुनील उर्फ बुक्का कुशवाहा पुत्र रामपाल कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सुनील ने बताया कि आशा उर्फ गुड़िया हमेशा मुझसे मजाक करती रहती थी। लोगों के बीच हंसी मजाक का पात्र बनाती थी। कई बार उसने घरवालों से मजाक में यह भी कह दिया कि उसका दो साल का बेटा सुनील का ही है। हमेशा मेरी मां से आशा भाभी यही कहा करती थी। इस बात को लेकर मेरी मां हमेशा परेशान रहती थी। आशा के मजाक से वह मानसिक रूप से परेशान रहता था। जिसके चलते उसने उसकी हत्या कर दी।
कपड़े जला कर घर पर सोता रहा आरोपी
सुनील का कहना था कि हत्या करने के बाद उसे किसी प्रकार का खौफ नहीं था। हत्या करने के बाद वह बाहर आया उसने खून से सने कपड़े जला दिए। इसके बाद बेखौफ होकर घर पर सोता रहा। सुबह जब पुलिस गांव पहुंची तब वह भाग निकला। सुनील का कहना था कि आशा उससे शादी करने को कहती थी।
आशा को घुमाने ले गया था बाजार
हत्या से पहले शनिवार को दोपहर आशा ने सुनील को घर बुलाया था। सुनील ने बताया कि बाजार में भी आशा ने कई बार उससे मजाक किया था। रात को वह छत के रास्ते उसके कमरे पहुंच गया। बच्चो के साथ सो रही आशा के सिर पर डंडा मार कर बेहोश कर दिया। घसीट कर बाड़ा ले गया। पत्थर से कूच कर हत्या कर दिया।