जिसके अपहरण में दो भाई जेल में बंद वह बहन दूज पर मिली, गांव में मचा हड़कंप
- उसके अपहरण में उसके दोनों भाई 3 महीने से जेल में बंद हैं। यह जान वह बिलख पड़ी। पुलिस ने महिला को नारी निकेतन भेजने के साथ राहत की सांस ली है। इस मामले में पति हाईकोर्ट पहुंच चुका था। कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर को व्यक्तिगत तौर पर तलब भी किया था।
पति की प्रताड़ना से तंग आकर एक साल पहले अचानक गायब हुई महिला भाई दूज पर जब गांव पहुंची तो हड़कंप मच गया। क्योंकि उसके अपहरण में उसके दोनों भाई तीन महीने से जेल में बंद हैं। यह जान वह बिलख पड़ी। पुलिस ने महिला को नारी निकेतन भेजने के साथ राहत की सांस ली है, क्योंकि इस मामले में पति हाईकोर्ट पहुंच चुका था, कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर को व्यक्तिगत तौर पर तलब भी किया था। मामले में एफआर लगाने वाले विवेचक सस्पेंड हो चुके हैं, दो हटाए जा चुके हैं। पुलिस अब महिला को हाईकोर्ट में पेश करेगी।
कानपुर के बिल्हौर क्षेत्र के शिवराजपुर के कढ़लीपुरवा गांव निवासी श्याम नरायण की कुछ साल पहले छोटी बगौली थाना बिधनू निवासी राखी उर्फ रेखा से शादी हुई थी। दंपति के तीन बच्चे ममतेश, अमितेश व रिद्धि हैं। मई 2023 में राखी तीनों बच्चों को लेकर अचानक गायब हो गई थी। श्याम नारायण ने राखी के मायकेवालों पर अपहरण का आरोप लगाते हुए कोर्ट के माध्यम से 28 जुलाई 2023 को शिवराजपुर थाने में एफआईआर कराई थी। मामले की विवेचना अतिरिक्त इंस्पेक्टर शिव शंकर पटेल ने की। जांच के बाद उन्होंने आरोप फर्जी पाते हुए जून 2024 में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। श्याम नारायण जुलाई में हाईकोर्ट पहुंच गया। जहां कोर्ट ने अगस्त में सीपी को तलब कर लिया। जांच में लापरवाही पर शिव शंकर पटेल सस्पेंड कर दिए गए। मामले की जांच इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को सौंपी गई। इंस्पेक्टर ने आनन-फानन में एफआर निरस्त कराई और राखी के भाई राजू और अशोक को अगस्त में जेल भेज दिया। महिला बरामद न होने पर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार भी हटा दिए गए। इंस्पेक्टर ब्रजेश सिंह को जांच दी गई लेकिन वह भी महिला को नहीं खोज पाए। इधर, हाईकोर्ट में पुलिस को तलब किया जाता रहा।
चौथे इंस्पेक्टर को मिली महिला
फिर मामले की जांच इंस्पेक्टर अरविंद सिंह सिसौदिया को सौंपी गई, वह महिला की खोज में लगे ही थे कि शनिवार को उन्हें सूचना महिला कि राखी अपने तीन बच्चों के साथ रनियां में किसी वाहन का इंतजार कर रही है। इंस्पेक्टर महिला पुलिस के साथ गए और राखी को बरामद कर लिया।
राखी बोली.. मैं तो भाइयों को टीका लगाने आई थी
जब पुलिस ने राखी को बताया कि उसके अपहरण में उसके दोनों भाई जेल में हैं तो वह रोने लगी। बोली- मैं तो दूज पर भाइयों को टीका लगाने आई थी। पता नहीं था कि वह बिना जुर्म के जेल में हैं। अब मैं उन्हें छुड़ाकर ही रहूंगी।
सर, पति रोज पीटता था इसलिए चली गई थी
इंस्पेक्टर शिवराजपुर अरविंद सिंह सिसौदिया को राखी ने बताया कि पति श्याम नारायण शराब पीकर आए दिन मारपीट कर यातनाएं देता था। वह चुपचाप अपने बच्चों के साथ बिना बताए पहले टेंपो से चौबेपुर चली गई। वहां से वृंदावन गई। कुछ दिनों बाद फर्रुखाबाद के एक कोल्ड स्टोरेज में नौकरी करने चली गई। जहां बच्चों का पालन पोषण करती रही। उसके पास फोन नहीं था। किसी तरह फोन खरीद कर नया नंबर चालू किया। भाई दूज पर शनिवार को मायके आ रही थी।
26 नवंबर को हाईकोर्ट में पेश होगी महिला
इंस्पेक्टर के मुताबिक 26 नवंबर को हाईकोर्ट में तारीख है। राखी व बच्चों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। महिला को नारी निकेतन भेज दिया गया है। सोमवार को माती कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने बयान होंगे। इसके बाद दोनों भाइयों पर कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट को रद्द् कराया जाएगा।
क्या बोली पुलिस
अपर पुलिस आयुक्त हरीशचंदर ने कहा कि महिला के गायब होने पर पति द्वारा उसके मायके वालों और रिश्तेदारों पर दर्ज कराया गया मुकदमा गलत पाया गया है, जबकि पति खुद उसे प्रताड़ित करता था, महिला को हाईकोर्ट में पेश कर बयान कराए जाएंगे।