पासपोर्ट कार्यालय अधिकारी विहीन, एक बाबू पर सारी जिम्मेदारी
सिद्धार्थनगर। हिन्दुस्तान टीम शहर में मौजूद पासपोर्ट कार्यालय एक साल से अधिकारी
सिद्धार्थनगर। हिन्दुस्तान टीम शहर में मौजूद पासपोर्ट कार्यालय एक साल से अधिकारी विहीन है। एक पटल सहायक ने ही सारे काम जिम्मा संभाल रखा है। प्रतिदिन 30 से 40 पासपोर्ट का वेरिफीकेशन होता है जिसे बाबू अकेले ही निपटाते नजर आता है।
सात साल पहले जिले में पासपोर्ट कार्यालय की स्थापना हुई थी तो 30 लाख की आबादी को इस बात खुशी थी कि उसे अब पासपोर्ट बनवाने के लिए गोरखपुर या लखनऊ नहीं जाना पड़ेगा उसका सारा काम जिले में ही हो जाएगा। शासन की ओर से पासपोर्ट अधिकारी के साथ बाबू की तैनाती की गई थी। पासपोर्ट अधिकारी का एक साल पहले तबादला हो गया लेकिन उनके स्थान पर दूसरे की तैनाती नहीं हुई। पूरा पासपोर्ट कार्यालय एक सहायक पटल बाबू के जिम्मे हो गया है। सुबह से शाम तक उसे वेरिफीकेशन करने व कागजों को समेटने में लग जा रहा है। ऐसा नहीं है कि वेरिफीकेशन के लिए इक्का, दुक्का ही लोग आ रहे हैं। प्रतिदिन 30 से 40 वेरिफकेशन हो रहा है। एक वेरिफीकेशन करने के लिए सारे दस्तावेजों को मिलाने में काफी समय लग जा रहा है। पासपोर्ट आफिस की जिम्मेदारी संभालने वाले पटल सहायक संदीप सुमन कहते हैं कि पासपोर्ट बनाने के लिए दस्तावेजों की बारीकी से जांच करनी होती है। अकेले होने की वजह से जिम्मेदारी कुछ अधिक है फिर भी कोई परेशानी नहीं है। सारे काम समय से निपट जा रहे हैं।
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