सेहत का रखें ध्यान, जच्चा-बच्चा रहेगा सुरक्षित
Siddhart-nagar News - सिद्धार्थनगर में वर्तमान समय में 70 हजार गर्भवती महिलाएं हैं, जिनमें से 7 हजार हाई रिस्क प्रेग्नेंसी हैं। सुरक्षित प्रसव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जागरूकता बढ़ाई है और गर्भवती महिलाओं को उचित...
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सिद्धार्थनगर, निज संवाददाता। जनपद में वर्तमान समय में 70 हजार गर्भवती हैं। इसमें सात हजार गर्भवती हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी) वाली हैं। इन्हें सुरक्षित प्रसव के लिए सतर्क रहते हुए सेहत का ध्यान रखना है। इससे जच्चा-बच्चा सुरक्षित रहेगा। गर्भवती के सुरक्षित प्रसव को लेकर विभाग भी संजीदा है। ब्लॉक स्तर पर बने वार रूम के जरिए संपर्क कर जरूरी सलाह भी दिया जा रहा है। किसी भी गर्भवती को दिक्कत होती है तो 24 घंटे में कभी भी संपर्क कर परामर्श ले सकती हैं। शोहरतगढ़ सीएचसी पर तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके भारती बताते हैं कि सुरक्षित प्रसव को लेकर गर्भवती व परिवार को कई बिंदुओं पर ध्यान रखने की जरूरत है। सबसे पहले गर्भवती होने की जानकारी होते ही प्रथम त्रैमास के भीतर स्वास्थ्य विभाग में अपना पंजीकरण हर हाल में करा लें। पंजीकरण हो जाने के बाद शुरू के तीन माह तक हर दिन एक गोली फोलिक एसिड का सेवन करें। यह गोली बच्चों के दिमाग व तंत्रिका तंत्र को विकसित करने में काफी सहायक है। गर्भधारण होने की जानकारी होते ही जल्द से जल्द टीडी का दो टीका एक-एक माह के अंतराल पर जरूर लगवाएं। द्वितीय त्रैमास यानी की चौथे माह से छठवें माह के बीच कृमि नाशक गोली का सेवन जरूर कर लें, ताकि कीड़े जैसे समस्या से बचा जा सके। साथ ही चौथे माह से आयरन व कैल्शियम की गोली का हर हाल में सेवन करें। यह खून की कमी को दूर करते हुए हड्डियों को मजबूती देने में सहायक बनेगा। उन्होंने बताया कि गर्भवती पूरे प्रसव काल में कम से कम चार बार स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर जांच जरूर कराएं। अंतिम मासिक चक्र जरूर याद रखें। यह याद रखने से संभावित प्रसव की तिथि पता करना आसान रहता है। यह तिथि जानकर इंडेक्शन ऑफ लेबर (प्रसव के लिए दर्द) की प्रक्रिया शुरू कराना आसान रहता है।
इस तरह करें गोली का सेवन
डॉ. एसके भारती ने बताया कि गर्भवती के शरीर में 11 ग्राम से अधिक खून होने पर प्रतिदिन आयरन की एक गोली, 11 ग्राम से कम खून होने पर प्रतिदिन दो आयरन की गोली का सेवन करना है। इसके अलावा हड्डियों की मजबूती के लिए प्रतिदिन सुबह-शाम एक-एक गोली कैल्शियम का सेवन करना शरीर व सेहत दोनों के लिए फायदेमंद है। यह गोली प्रसव के छह माह तक जरूर सेवन करें।
पौष्टिक आहार लें, रखें ख्याल
डॉ. भारती ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान कई बिंदुओं पर विशेष ध्यान देना होता है। खाने में पौष्टिक तत्व वाले सामग्री का सेवन करना ही ठीक है। इसमें हरी सब्जियां, फल, दूध, प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करें। पानी भरपूर मात्रा में पीएं। तले-भुने सामग्री के सेवन से परहेज करें। यह सामग्री गैस, पेट के साथ-साथ शौच में दिक्कत करता है। इसके अलावा रात में आठ घंटे व दिन में दो घंटे जरूर आराम करें।
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