Hindi NewsUttar-pradesh NewsShravasti NewsDepartment Mistakenly Labels Rickshaw Driver as Fake Teacher Issues Recovery Notice of 51 63 Lakhs

रिक्शा चालक को भेजा 51 लाख रुपये की रिकवरी नोटिस

Shravasti News - लापरवाही -नोटिस में रिक्शा चालक को फर्जी शिक्षक बता रहा विभाग -पैसा भुगतान न

Newswrap हिन्दुस्तान, श्रावस्तीSun, 22 Dec 2024 05:29 PM
share Share
Follow Us on

लापरवाही -नोटिस में रिक्शा चालक को फर्जी शिक्षक बता रहा विभाग

-पैसा भुगतान न करने पर आरसी जारी कर वसूली की चेतावनी

दिलीप पाठक

श्रावस्ती। बेसिक शिक्षा विभाग का एक अजब कारनामा सामने आया है। फर्जी शिक्षक बताकर विभाग ने एक रिक्शा चालक को 51 लाख 63 हजार रुपये की रिकवरी नोटिस थमा दी है। साथ ही भुगतान न करने पर आरसी जारी कराते हुए वसूली की चेतावनी भी दी गई है।

कोतवाली भिनगा क्षेत्र के गांव गोड़पुरवा निवासी मनोहर यादव पुत्र ठाकुर प्रसाद दिल्ली में रहकर रिक्शा चलाकर परिवार का पेट भरता है। परिवार के लोग गांव में ही रहते हैं। कुछ दिन पहले ही वह अपने घर आया है। शुक्रवार को डाकिया से मनोहर को एक पत्र मिला। गांव के कुछ लोगों को दिखाने पर पता चला कि वह पत्र जिला बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से भेजा गया है जो रिकवरी नोटिस है। इसमें उसे फर्जी शिक्षक बताया गया है और उसकी नियुक्ति समाप्त कर दी गई है। अब तक उसके द्वारा प्राप्त की गई धनराशि 51 लाख 63 हजार रुपये एक सप्ताह में जमा कराने को कहा गया। यह सुन मनोहर के होश उड़ गए। उसका कहना है कि वह एक निरक्षर व्यक्ति है और दिल्ली में रिक्शा चलाकर परिवार का पालन- पोषण करता है।

दूसरे के नाम व अभिलेख से नौकरी करने का है मामला

मनोहर को जारी की गई रिकवरी नोटिस में दावा किया गया है कि वह सुरेन्द्र प्रताप सिंह पुत्र बहादुर सिंह निवासी सीहमई कारीरात तहसील अकबरपुर जनपद अम्बेडकरनगर के फर्जी नाम व पते का प्रयोग कर बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन श्रावस्ती के जमुनहा ब्लाक स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय नौव्वापुरवा में सहायक शिक्षक की नौकरी कर रहा था। कूटरचित अभिलेखों का प्रयोग कर नौकरी अर्जित करने की पुष्टि होने पर 14 जुलाई वर्ष 2020 में उसकी नियुक्ति समाप्त कर दी गई। साथ ही कोतवाली भिनगा में मामला दर्ज कराया गया। 12 दिसम्बर को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी की ओर से नोटिस जारी कर कथितरूप से बेसिक शिक्षा विभाग से फर्जी तरीके से नौकरी करते हुए प्राप्त की गई 51 लाख 63 हजार 53 रुपये एक सप्ताह में कोषागार में जमा कराने का निर्देश दिया गया। भुगतान न करने पर भू-राजस्व वसूली की तरह कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी गई।

कोट-

पुलिस विवेचना के बाद जो लिस्ट आई है उसमें जो नाम है उसे हिसाब से कार्रवाई की गई है। बाबू को थाने भेजकर एक बार फिर नाम चेक करने को कहा गया है। यदि अपने स्तर से कमी हुई तो सुधार किया जाएगा लेकिन यदि विवेचना में पुलिस ने यही नाम दिया है तो उस पर बात कर मामले की पुष्टि करते हुए ही कार्रवाई होगी।

अजय कुमार, बीएसए

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें