झमाझम बारिश और देहात में आंधी से फसलों को भारी नुकसान
Shamli News - शामली में देर रात हुई बारिश और आंधी ने किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। गेंहू और सरसों की फसलें गिर गईं हैं, जिससे किसान चिंतित हैं। बारिश ने फसल की गुणवत्ता को प्रभावित किया है और इसके...

शामली। देर रात हुई झमाझम बारिश के बावजूद तापमान कम होने के बजाय बढ़ा है। देहात क्षेत्र में आंधी भी आई। जिससे कांधला क्षेत्र में पेड़ पर बिजली के खंभे भी टूटकर गिर गए। बारिश एवं तेज हवा से किसानों की मुश्किलें बढ़ी है। खेतों में खडी गेंहू व सरसों की फसल बारिश के साथ ही तेज हवा में गिरी पडी है। गिरी फसल नही उठने से किसान को नुकसान पहुंचा है। रात करीब नौ बजे बूंदाबांदी शुरू हुई और रूक गई लेकिन करीब पौन घंटे बाद लेकिन इसके करीब आधा घंटे बाद हुई झमाझम बारिश शुरू हो गई।तेज हवा भी चली जबकि कांधला क्षेत्र में बारिश एवं आंधी आई। रातभर रूक रूककर बारिश होने के बावजूद अधिकतम तापमान जहां स्थिर रहा वहीं न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। इस मौसम परिवर्तन का असर किसानों की फसलों पर पड़ा है। बारिश के साथ-साथ तेज हवाओं ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दी हैं। खेतों में खड़ी गेंहू और सरसों की फसलें बारिश और हवा के कारण गिर गईं, जिससे फसल का बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया है। लहसुन की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। बारिश के कारण फसल की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ा है, जिससे बाजार में इसकी कीमतों पर भी असर पड़ सकता है। इसके अलावा, अन्य सब्जी फसलों जैसे टमाटर, आलू, और गोभी को भी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। किसानों को इन फसलों के नुकसान से भी भारी वित्तीय संकट का सामना करना पड़ सकता है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में यदि बारिश जारी रही, तो फसलों को और भी अधिक नुकसान हो सकता है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डा. संदीप चौधरी का कहना है कि बारिश इस मौसम में फसलों के लिए अच्छी नहीं है। तेज हवा और ओलावृष्टि भारी नुकसान पहुंचा सकती है। सरसो ेी फसल पकने को तैयार है। ऐसे में हवा में सरसों खेत में गिर जाती है तो इसका उत्पादन पर असर पड़ेगा। सब्जी की फसलों के लिए खेत में पानी भरता है तो उसमें गलन पैदा हो सकती है। लहसुन की फसल खेतों में पककर तैयार खड़ी है। ऐसे में बारिश नुकसान पहुंचा सकती है। बारिश होने के बावजूद अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि न्यूनतम ताममान में दो डिग्री सेल्सियस की की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। गुरूवार में अधिकतम तापमान 24 डिग्री व न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा।
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