शहर में फैला स्मॉग, वायु प्रदूषण के कारण लोगों को बढी परेशानिया
शामली में आसमान में फैले स्मॉग के कारण लोगों को सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण स्तर खतरनाक सीमा तक पहुँच गया है, जिससे गले में खराश जैसी समस्याएँ बढ़ रही हैं।...
शामली। आसमान में फैले स्मॉग से आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई हो रही है। आसमान में फैला घना स्मॉग, न सिर्फ दृश्यता को प्रभावित कर रहा है, बल्कि लोगों को सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर प्रदूषण के स्तर ने खतरनाक सीमा को पार कर लिया है, जिसके कारण आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याऐं बढ़ रही हैं। कोहरे और प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए राष्टंªीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के मानक को लेकर सुप्रीम कोर्ट के ग्रैप-4 के नियम शामली जिले में भी लागू कर दिये गए। जिसके चलते शनिवार को लगातार चौथे दिन भी कक्षा एक से 12वीं तक के सभी शिक्षण संस्थानों मंे अवकाश रहा। जबसे ग्रैप-4 को लेकर आदेश जिले में लागू है। शनिवार को दिनभर आसमान में स्मॉग छाया रहा। स्मॉग इतना अधिक था कि सडकों, हाईवों पर दृश्यता भी प्रभावित हो रही थी। पिछले कुछ दिनों में शामली की वायु गुणवत्ता सूचांक 109 से 259 के बीच रहा। यह संवेदनशील लोगों के लिए हानिकारक है। शनिवार को भी वायु गुणवत्ता सूचंका 190 के आसपास रहा। जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही थी।
आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याऐं भी बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस गंभीर प्रदूषण से बचने के लिए नागरिकों को अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने की आवश्यकता है। घरों में एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करने, मास्क पहनने और बाहर जाने से पहले हवा की गुणवत्ता की जानकारी लेने जैसी आदतें अपनानी चाहिए। सरकार को भी प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
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