रूवच्छ सुजल गांव संकल्प कार्यक्रम की इतिश्री,आये राम ,गये राम रहे अधिकारी राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस
Shamli News - राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर चौसाना पंचायत सचिवालय में स्वच्छ सुजल गांव कार्यक्रम का आयोजन हुआ। लेकिन केवल 5-7 लोग उपस्थित रहे और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए। इससे ग्रामीणों...

केंद्र व राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं व अभियानों का नौकरशाही धरातल पर कैसे क्रियान्वयन करती है, इसका ताजा उदाहरण राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस है। ग्राम स्वराज अभियान के तहत गुरूवार को को सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिव व प्रधान द्वारा बैठकें कर रूवच्छ सुजल गांव संकल्प का कार्यक्रम आयोजित होना था। जिसमें गांव के लोगो को जल के महत्व संरक्षण के बारे मे प्रेरित करना था। लेकिन चौसाना के पंचायत सचिवालय पर 5-7 लोगो को एकत्र कर बंद कमरे मे कार्यक्रम की इतिश्री कर दी गई। बैठक मे मौजूद सदस्य पंचायत के विकास कार्यो की भी देखरेख करते है। राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के मौके पर केन्द्र के जल शक्ति मंत्रालय की विशेष योजना रूवच्छ सुजल गांव संकल्प को जन जन तक पहुॅचाना व प्रेरित करने के उददेश्य से थीम को चुना गया था। ताकि लोगो को जल के महत्व व सरंक्षण के बारे मे पता लगे एवं उनको प्रेरित किया जा सके। सरकार द्वारा निर्धारित कार्यक्रमो का उददेश्य लोगो मे जागरूकता फैलाना है,ताकि लोग सरकार की योजनाओं का फायदा उठा सके और योजनाआंे को क्रियान्वित करने मे सहयोग कर सके। लेकिन चौसाना के पंचायत सचिवालय पर राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस स्वच्छ सुजल गांव, के कार्यक्रम को इतिश्री करने के लिये आयोजित किया गया जहॉ 5-7 लोग ,जो पंचायत से जुडे है,वही ही बुलाये गये। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये पंचायत सदस्यो तक को सूचना नही दी गई थी और ना ही गांव के जिला पंचायत सदस्या सुमन देवी व सम्मानित लोगो को कार्यक्रम मे बुलाया गया था।
क्या है स्वच्छ सुजल गांव कार्यक्रम
चौसाना।स्वच्छ सुजल गांव,वह होता है जहां सभी ग्रामीण परिवारों और सार्वजनिक संस्थानों जैसे विद्यालय, आंगनवाड़ी केंद्र, पंचायत भवन और शौचालय को सुरक्षित जल आपूर्ति सुनिश्चित की गई हो और ग्राम सभा द्वारा हर घर जल प्रमाणन प्राप्त हो। गांव ने खुले में शौच से मुक्त की स्थिति को न केवल प्राप्त किया हो, बल्कि इसे सतत रूप से बनाए रखा हो। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की प्रभावी व्यवस्था हो, जिससे जल स्रोतों की गुणवत्ता बनी रहे और पर्यावरणीय संतुलन कायम रहे। गांव में स्वच्छता और जल संरक्षण को लेकर सामूहिक संकल्प लिया जा सके। गांव का परिदृश्य स्वच्छ, सुव्यवस्थित और अनुकरणीय हो, जिससे अन्य क्षेत्रों के लिए यह प्रेरणा स्रोत बने। लेकिन यह सब मात्र कागजो मे रहकर इतिश्री कर दी गई। ग्रामीणों को प्रेरित करने के लिये कोई कार्यक्रम नही किया गया।
कोट-
गेहूं कटाई का सीजन है,जिस कारण कुछ लोग ही आये। टयूबवैल ऑपरेटर व पंचायत के जुडे लोग इसमे आ सके।
राहुल कुमार,ग्राम सचिव चौसाना
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।