राजकीय कृषि रक्षा ईकाइ पर लटका मिलता है ताला,किसान परेशान
कांधला के ब्लॉक परिसर में राजकीय कृषि रक्षा कार्यालय पर ताला लटका होने से किसानों को कीटनाशक दवाई के लिए भटकना पड़ रहा है। कर्मचारी अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं कर रहे हैं, जिससे किसानों में गहरा रोष...
कांधला। ब्लॉक परिसर में बनाए गए राजकीय कृषि रक्षा कार्यालय पर ताला लटका मिलने से किसानों को कीटनाशक दवाई के लिये भटकना पड़ता है। शिकायत के बाद भी कर्मचारी अपनी कार्यशैली में सुधार लाने को तैयार नही है। जिसके चलते राजकीय कृषि विभाग की व्यवस्थाओं का किसानों को पूर्ण रूप से लाभ नही मिल पा रहा है। किसानों में गहरा रोष बना हुआ है। नगर के मौहल्ला शेखजादगान स्थित ब्लॉक परिसर में नगर व क्षेत्र के किसानों की सुविधा के लिये राजकीय कृषि रक्षा इकाई को स्थापित किया गया। जिस पर किसानोें को अपनी फसल और बाग के फलों को नुकसान पंहुचाने वाले कीटों से बचाव के लिये महत्वूपूर्ण दवाई उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन पिछले कई दिनों से कार्यालय पर मौजूद अधिकारी व कर्मचारी अपनी मनमर्जी चलाने में लगे है। कार्यालय पर कार्यरत कर्मचारीयों की इच्छा के समय ही कार्यालय को खोला और बंद किया जाता है। शनिवार को कई किसान ब्लॉक परिसर में राजकीय कृषि रक्षा ईकाइ के कार्यालय पर दवाई लेने के लिये पंहुचे थे, लेकिन दोपहर 12 बजे तक भी केन्द्र पर ताला लटका मिला। जिसके चलते किसानों को निराश होकर मौके से लौटना पडा। किसानों ने जानकारी देते हुए बताया कि हम कई दिनों से चक्कर लगा रहे है। कर्मचारी पहले तो मिलते ही नही हैं यदि मिल भी जाएं तो टालमटोल करते है। राजकीय कृषि रक्षा ईकाइ केन्द्र के कर्मचारीयों की मनमर्जी को लेकर क्षेत्र के किसानों में गहरा रोष बना हुआ है।
परिचय- कांधला के ब्लॉक परिसर में राजकीय कृषि रक्षा ईकाई के केन्द्र पर लटका ताला
इन्होने कहा-
राजकीय कृषि रक्षा केन्द्र पर पर्यवेक्षक और चर्तुथ कर्मचारी के रूप में दो लोग तैनात किये जाते है। कांधला केन्द्र पर मात्र पर्यवेक्ष की नियुक्त है। जिसे किसानों फसलों के निरीक्षण के लिये मौके पर जाना है। लेकिन किसानों की समस्या को देखते हुए सप्ताह में 4 दिन केन्द्र को खोला जायेगा जबकि 2 दिन क्षेत्र के भ्रमण किया जायेगा। नरेश कुमार, सहायक ग्राम विकास अधिकारी राजकीय कृषि रक्षा इकाई कांधला
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।