फार्मर रजिस्ट्री मे बाधा बन रहे सर्वर के कारण अब रात्रि मे भी खुलेंगे जनसेवा केन्द्र
Shamli News - डिजिटल फार्मर रजिस्ट्री के कारण किसानों और अधिकारियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सर्वर की दिक्कतों के कारण पंजीकरण की प्रक्रिया धीमी हो गई है। जनसेवा केंद्रों को रात में भी खुला रखने का...
डिजिटल फार्मर रजिस्ट्री किसानों और अधिकारियों व जनसेवा संचालको के लिए सिरदर्द बन गई है।सर्वर की परेशानी से फार्मर रजिस्ट्री की गति तेज नहीं हो पा रही है। कृषि विभाग के साथ ही राजस्व और पंचायत विभाग के कर्मचारी दिन-रात किसानों का पंजीकरण करने में जुटे हैं। वेबसाइट की दिक्कतो के चलते जनसेवा केन्द्रो को रात्रि मे भी खोलने के आदेश दिये गयें है ताकि कार्य को समय रहते निपटा सके। शनिवार की रात्रि मे सबसे अधिक रजिस्टेªशन हुये है। ऊन तहसील के अन्तर्गत सम्मान निधि प्राप्त करने वाले किसानो की संख्या 26781 है। जिसमे से कुल लगभग 5124 किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री कराने मे रूचि दिखाई है। दूसरी ओर जहॉ विभागीय अधिकारी फार्मर रजिस्ट्री के कार्य को पूरा करने के लिये तेजी दिखा रहे है वही सर्वर साथ नही दे रहा है। जिससे जहॉ एक ओर अधिकारियों की दिक्कते बढ रही है वही जनसेवा संचालक भी परेशान है। साथ ही तहसील प्रशासन ने जनसेवा संचालको को रात्रि मे भी केन्द्रो को खोलकर कार्य करने के लिये आदेशित किया है। जिसके सम्बंध मे सम्बंधित लेखपाल संचालको को आदेश के बारे मे सूचना दे रहे है और कार्य को निपटाने के लिये आदेशित कर रहे है।
वही जनेसवा संचालको का आरोप है कि हम लोग रात्रि मे भी काम करने का राजी है लेकिन जब तक किसान केन्द्र पर कागजात जमा नही करेगे तो हम कैसे कार्य को करेगे। जो भी किसान रजिस्ट्री को आता है तो हम साथ के साथ रजिस्ट्रेशन करके रात्रि मे केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा करते है।
ऊन तहसील मे सबसे अधिक फार्मर रजिस्ट्री,शामली फिसडडी
चौसाना। जिले मे कुल पंजीकृत किसानों की संख्या 101707 है। जिसमें कैराना में 29282 किसाना,शामली में 45644 किसान व ऊन में 26781 किसान पंजीकृत है। फार्मर रजिस्ट्री के कार्य को पूरा करने मे ऊन तहसील के कर्मचारी सबसे अधिक किसानो को जागरूक कर रहे है। नतीजा यह रहा है कि अब तक 19.13 प्रतिशत किसान फार्मर रजिस्ट्री मे केवाईसी करा सके। वही शामली मे करीब 10.52 प्रतिशत व कैराना में 16.60 प्रतिशत किसान केवाईसी करा चुके है।
प्रदेश में 68वें स्थान पर आया शामली
चौसाना। प्रदेश मे गाजियाबाद फार्मर रजिस्ट्री मे सबसे ऊपर पहले स्थान पर है। जहॉ 31.31 प्रतिशत किसानो पंजीकृत हुये है। वही शामली 68वें स्थान पर है। यहॉ 14 प्रतिशत किसान ही पंजीकृत हो चुके।
रूत्रि नही दिखा रहे किसान,जनसेवा केन्द्रो पर किसानो का टोटा
चौसाना। जनसेवा संचालको ने बताया कि सुबह से शाम तक एक दो किसान ही कागजात लेकर पहुॅचता है। वही किसान रात्रि में फोन नही उठाते,जिससे किसानो के रजिस्ट्रशन अटके पडे है। लेखपाल किसानों के मोबाईल अपने पास रखने को कहते है। ऐसे मे अगर किसी के बैंक खाते से धोखाधडी से पैसा निकल जायेगा तो हम लोग चोर कहलाये जायेगे। किसान रजिस्ट्री के लिये रूचि दिखाये को काम आगे बढे।
कोट-
1-उच्चाधिकारियो के आदेशानुसार जनसेवा संचालको को रात्रि मे काम निपटाने को कहा है। सर्वर दिन मे काम नही करता,जिस कारण दिक्कते आ रही है।
नागेन्द्र शर्मा,राजस्व लेखपाल
2- दो दिनो से ऊन मे कार्य मे तेजी आई है। जनसेवा संचालको पर किसान कम जा रहे है। इसलिये किसानो ने सेल्फ मे चार किसानों ने पंजीकरण कराया वही 211 सीएसपी से रजिष्ट्रेशन हुये। ऊन में 200 सीएससी पंजीकृत है।
प्रदीप कुमार,प्राविधिक सहायक कृषि विभाग
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।