लाशें देख परिजन बोले: या अल्लाह किस गुनाह की सजा दी
सेहरामऊ दक्षिणी थाना क्षेत्र के बादशाहनगर चौराहा के पास हुए हादसे में हरदोई जिले के पाली कस्बे के अनवार व उसकी बहन शगुफ्ता की मौत हो गई। भाई-बहन की मौत की खबर सुन उनके परिवार में कोहराम मच...
सेहरामऊ दक्षिणी थाना क्षेत्र के बादशाहनगर चौराहा के पास हुए हादसे में हरदोई जिले के पाली कस्बे के अनवार व उसकी बहन शगुफ्ता की मौत हो गई। भाई-बहन की मौत की खबर सुन उनके परिवार में कोहराम मच गया।
सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे मृतक अनवार की पत्नी और मृतक शगुफ्ता के पति शाहजहांपुर पोस्टमार्टम हाउस आए। लाशों को देख बिलख पड़े। अनवार की पत्नी बोली: या अल्लाह ये तूने किस गुनाह की सजा दी है। अब किसके सहारे जिऊंगी। साथ में आईं महिलाओं ने अनवार की पत्नी को सीने से लगा लिया। इसी दौरान वह बेहोश होने लगी। महिलाओं ने उसे पानी पिलाया। बोली: यह खुदा की मर्जी थी। हम लोग कुछ नहीं कर सकते।
पति बोला: शगुफ्ता का था रोजा
मलिक माशूक का ट्रैक्टर पार्ट का काम है। शाहजहांपुर पोस्टमार्टम हाउस पर पत्नी शगुफ्ता के शव को देख वह बिलख पड़े। बोले: पत्नी का रोजा था। हमेशा पत्नी मेरे साथ दवा लेने आती थी, लेकिन आज अपने भाई अनवार के साथ कार से आ रही थी। कहा था कि ड्राइवर ले लो, लेकिन किसी ने नहीं मानी। वहीं, अब बच्चों की जिम्मेदारी मलिक माशूक के कंधों पर आ गई है। पेड़ के नीचे खड़े परिजनों ने बताया कि घरवालों को घटना की सही जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन उनको आभास हो गया था।
दोनों परिवारों पर टूटा गमों का पहाड़
हाजी इस्लाम खां का बेटा अनवार तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था। वह मिलनसार था। अपनी बहन को बहुत चाहता था। सोमवार को अपनी बहन को दवा दिलाने आ रहा था, लेकिन काल ने अनवार की ही नहीं, बल्कि उसकी बहन की भी जिंदगी को छीन लिया। भाई-बहन की मौत से दोनों परिवारों को गमों का पहाड़ टूटा पड़ा। दोनों की ही कच्ची गृहस्थी थी। मृतक शगुफ्ता चार बहनों में छोटी थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।